नई दिल्ली। तेलंगाना के आसिफाबाद जिले में बुधवार को उस समय तनाव फैल गया, जब एक समूह ने एक आदिवासी महिला से दुष्कर्म की कोशिश की खबर के बाद जमकर विरोध किया। पूरे शहर के आसमान में धुंआ भरता हुआ दिखाई दे रहा है। भीड़ ने दुकानों और घरों को जला दिया है। स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश के लिए इलाके में भारी पुलिस तैनाती की गई।
बुधवार को पुलिस ने 45 वर्षीय आदिवासी महिला से बलात्कार और हत्या के प्रयास के आरोप में एक ऑटो चालक को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक, घटना 31 अगस्त की है, जब महिला सड़क किनारे पड़ी मिली थी।
पहले मामला हिट-एंड-रन का लगा
शुरुआत में इस घटना को हिट-एंड-रन केस के रूप में रिपोर्ट किया गया था। उसे तुरंत एक स्थानीय अस्पताल ले जाया गया और बाद में बेहतर उपचार के लिए हैदराबाद के गांधी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। हालांकि, 1 सितंबर को महिला के छोटे भाई ने शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद अधिकारियों को मामला दर्ज करना पड़ा और जांच शुरू करनी पड़ी। गोंड समुदाय से ताल्लुक रखने वाली महिला को 2 सितंबर को होश आया और उसने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई।
होश आने पर महिला ने सुनाई आपबीती
महिला ने कहा कि वह जैनूर से पैदल अपनी मां के गांव जा रही थी, जहां वह काम के सिलसिले में गई थी। वह जैनूर से एक ऑटो में सवार हुई, जिसे शेख मुग्धाम चलाता था। महिला ने दावा किया कि रास्ते में ड्राइवर ने उसके साथ रेप की कोशिश की। जब उसने विरोध किया और मदद के लिए चिल्लाई तो उसने उस पर डंडे से हमला कर दिया। यह मानते हुए कि वह मर गई है, उसने उसे सड़क पर छोड़ दिया।