नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने टेस्ट क्रिकेट से तत्काल प्रभाव से संन्यास की घोषणा कर दी। यह फैसला इंग्लैंड के आगामी पांच टेस्ट मैचों की सीरीज से ठीक पहले आया, जो 20 जून से शुरू होगी। रोहित ने 67 टेस्ट मैचों में 4301 रन बनाए, जिसमें 12 शतक और 18 अर्धशतक शामिल हैं, और उनका औसत 40.57 रहा। वह वनडे प्रारूप में भारत का नेतृत्व जारी रखेंगे।
रोहित का यह निर्णय 2024-25 सीजन में उनके खराब फॉर्म के बाद आया, जिसमें न्यूजीलैंड के खिलाफ 0-3 की हार और ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारना शामिल है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उन्होंने पांच पारियों में मात्र 31 रन बनाए और अंतिम टेस्ट से खुद को बाहर कर लिया। इसके बाद उनकी टेस्ट भविष्य पर सवाल उठने लगे। सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई और चयन समिति ने इंग्लैंड दौरे के लिए नई रणनीति पर ध्यान देने का फैसला किया, जिसके बाद रोहित ने संन्यास का कदम उठाया। कुछ एक्स पोस्ट्स में दावा किया गया कि उन्हें कप्तानी और टीम से हटाया गया, लेकिन रोहित ने इसे स्वैच्छिक निर्णय बताया।
सफेद जर्सी में भारत का प्रतिनिधित्व करना गर्व की बात: रोहित शर्मा
रोहित ने अपने बयान में कहा, “सफेद जर्सी में भारत का प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात रही। प्रशंसकों के प्यार और समर्थन के लिए मैं आभारी हूं।” उन्होंने 2024 में टी20 विश्व कप और 2025 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर भारत को दो आईसीसी खिताब दिलाए। टेस्ट में उनकी कप्तानी में भारत ने कई यादगार जीत हासिल कीं, लेकिन हालिया असफलताओं ने उनके करियर पर दबाव बढ़ाया।
बीसीसीआई ने रोहित के योगदान की सराहना की
बीसीसीआई ने रोहित को ‘हिटमैन’ के रूप में सम्मानित करते हुए उनके योगदान की सराहना की। अब इंग्लैंड दौरे के लिए नया कप्तान चुनने की चुनौती है, जिसमें जसप्रीत बुमराह का नाम सबसे आगे है। रोहित का ध्यान अब वनडे और आईपीएल पर होगा, जहां वह मुंबई इंडियंस का नेतृत्व करेंगे।