फिर पाकिस्तान के PM बन सकते हैं शहबाज शरीफ, नवाज लीग को भुट्टो की पार्टी बाहर से देगी समर्थन

शहबाज शरीफ

पाकिस्तान में सत्ता के नए समीकरण बन रहे हैं। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने ऐलान किया है कि वो पीएमएल-एन सरकार में शामिल नहीं होगी। वह बाहर से सरकार को समर्थन देगी। पीपीपी नेता बिलावल भुट्टो ने कहा कि वह चाहते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव आसिफ अली जरदारी लड़े। यानी वहां नवाज शरीफ अकेले सरकार बना सकते हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, शहबाज शरीफ नए समझौते के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज पंजाब की मुख्यमंत्री बन सकती है। अगर मरियम पंजाब की सीएम बनती हैं तो वो पाकिस्तान की पहली महिला मुख्यमंत्री होंगी।

वहीं मंगलवार को पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज ने पार्टी अध्यक्ष शहबाज शरीफ को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के लिए नॉमिनेट किया है। तीन बार प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ और PML-N पार्टी सुप्रीमो ने यह घोषणा मंगलवार को की है। दरअसल, एक्स पर पोस्ट करते हुए पीएमएल-एन की प्रवक्ता मरियम औरंगज़ेब ने लिखा, “प्रधानमंत्री के पद के लिए पीएमएल-एन चीफ नवाज शरीफ ने अपने छोटे भाई शहबाज शरीफ को उम्मीदवार चुना है और उनकी बेटी मरियम नवाज को पंजाब के मुख्यमंत्री का उम्मीदवार नॉमिनेट किया है।”

बता दें कि यह जानकारी प्रधानमंत्री की रेस से पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के चेयरमैन बिलावल भुट्टो-जरदारी के बाहर होने के कुछ वक्त बाद सामने आई। बिलावल भुट्टो ने कहा कि नई सरकार का हिस्सा बने बिना उनकी पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री नवाज का समर्थन करेगी।

पाकिस्तान में 8 फरवरी को हुआ था मतदान

गौरतलब है कि संसद में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को सबसे अधिक सीटें मिली हैं और इसके कारण पाकिस्तान में अगली सरकार किसकी होगी इसे लेकर एक सवाल मंडरा रहा था। बता दें कि पाकिस्तान की तीनों मुख्य पार्टियों पीएमएल-एन, पीपीपी और पीटीआई में से कोई भी 8 फरवरी को हुए आम चुनाव में बहुमत हासिल करने के लिए आवश्यक सीटें नहीं जीत पाई और इस वजह से वो अपने दम पर सरकार बनाने में असमर्थ हैं।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की दौड़ से बिलावल ने खुद को हटाया

अपनी अध्यक्षता में हुई पीपीपी की उच्चाधिकार प्राप्त केंद्रीय कार्यकारी समिति की बैठक के बाद बिलावल ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि केंद्र में सरकार बनाने के लिए उनकी पार्टी जनादेश प्राप्त करने में विफल रही। बिलावल ने बताया कि इस वजह से मैं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद की दौड़ के लिए खुद को आगे नहीं रखूंगा।

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