नई दिल्ली। पूर्व पाकिस्तानी स्पिनर दानिश कनेरिया ने कहा कि शाहिद अफरीदी ने उन्हें अपने करियर में कई बार धर्म परिवर्तन के लिए कहा था। 44 वर्षीय कनेरिया ने वाशिंगटन डीसी में कांग्रेस की ब्रीफिंग में पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की दुर्दशा पर खुलकर बात की।
कनेरिया ने 2000 से 2010 तक पाकिस्तान के लिए 61 टेस्ट मैच खेले। अनिल दलपत के बाद राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने वाले वे दूसरे हिंदू क्रिकेटर हैं। लेग स्पिनर ने कहा कि पाकिस्तान में सम्मान नहीं मिलने के बाद वह संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए।
एएनआई के अनुसार कनेरिया ने कहा, “हम सभी यहां एकत्र हुए और अपने अनुभव साझा किए कि पाकिस्तान में हमारे साथ कैसा व्यवहार किया गया। हमें भेदभाव का सामना करना पड़ा है और आज हमने इसके खिलाफ आवाज उठाई।”
मेरा करियर बर्बाद हो गया: कनेरिया
उन्होंने कहा, “मैंने भी बहुत भेदभाव का सामना किया है और इस कारण मेरा करियर बर्बाद हो गया। मुझे पाकिस्तान में वह सम्मान और मूल्य नहीं मिला जिसका मैं हकदार था। इस भेदभाव के कारण, मैं आज अमेरिका में हूं। हमने जागरूकता बढ़ाने और अमेरिका को यह बताने के लिए बात की कि हमने कितना कुछ सहा है ताकि कार्रवाई की जा सके।”
इससे पहले 2023 में कनेरिया ने खुलासा किया कि अफरीदी ने लगातार उनसे इस्लाम अपनाने का आग्रह किया, जबकि पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक एकमात्र कप्तान थे जिन्होंने उनका समर्थन किया।
इंजमाम-उल-हक ने किया मेरा समर्थन: कनेरिया
कनेरिया ने कहा, “मैं अपने करियर में अच्छा कर रहा था और काउंटी क्रिकेट भी खेल रहा था। इंजमाम-उल-हक ने मेरा बहुत समर्थन किया और ऐसा करने वाले एकमात्र कप्तान थे। उनके साथ शोएब अख्तर भी थे। शाहिद अफरीदी और कई अन्य पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने मुझे बहुत परेशान किया और मेरे साथ खाना नहीं खाया। शाहिद अफरीदी ही मुख्य व्यक्ति थे जिन्होंने मुझे धर्म परिवर्तन करने के लिए कहा और उन्होंने कई बार ऐसा किया। इंजमाम-उल-हक कभी इस तरह से बात नहीं करते थे।”