नई दिल्ली। शिवसेना (यूबीटी) ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में ढह गई छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का निर्माण मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे के एक दोस्त की स्वामित्व वाली कंपनी ने किया था। इस घटना पर मंगलवार को राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया।
इस घटना ने सत्तारूढ़ महायुति सरकार को शर्मिंदा कर दिया है क्योंकि 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की 35 फुट की प्रतिमा का अनावरण 4 दिसंबर, 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। भारी बारिश के बीच सोमवार को प्रतिमा ढह गई। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक सहायक अभियंता की शिकायत के बाद इस घटना पर ठेकेदार जयदीप आप्टे और संरचनात्मक सलाहकार चेतन पाटिल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
एफआईआर के अनुसार, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने 20 अगस्त को ठेकेदार को एक पत्र भेजा था, जिसमें कहा गया था कि संरचना में इस्तेमाल किए गए नट और बोल्ट में जंग लग गया है। विपक्ष ने सत्तारूढ़ गठबंधन सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और जांच की मांग की है।
गैर-अनुभवी को काम का ठेका देने का लगाया आरोप
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने ट्वीट किया, “छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति बनाने का काम सीएम शिंदे ने सीएम के बेटे और सांसद श्रीकांत शिंदे के दोस्त कल्याण के जयदीप आप्टे को दिया था। आप्टे केवल 24 साल के हैं और उन्हें इतनी बड़ी मूर्तियां बनाने का कोई पूर्व अनुभव नहीं है, फिर भी काम दिया गया।”