नई दिल्ली। हरियाणा की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, ज्योति उन 11 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने के संदेह में पकड़ा गया है।
जांच में पता चला कि ज्योति 2023 में पाकिस्तान गई थीं और वहां उनकी मुलाकात दानिश एहसान-उर-रहीम नामक व्यक्ति से हुई, जो नई दिल्ली में पाकिस्तानी उच्चायोग का कर्मचारी था और संभवतः आईएसआई से जुड़ा था। पुलिस का कहना है कि ज्योति अपने पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ हाल के संघर्ष के दौरान लगातार संपर्क में थीं।
कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन की यात्रा की
ज्योति ने अपने यूट्यूब चैनल के जरिए यात्रा वीडियो बनाए, लेकिन उनकी आय उनके विदेशी दौरों से मेल नहीं खाती। जांच में सामने आया कि उन्होंने कई बार पाकिस्तान और एक बार चीन की यात्रा की। इसके अलावा, फरवरी 2025 में वह जम्मू-कश्मीर के पहलगाम भी गई थीं, जिसे संवेदनशील माना जा रहा है। पुलिस का दावा है कि ज्योति ने आईएसआई को गोपनीय जानकारी दी, जिसमें सैन्य और रणनीतिक महत्व की जानकारियां शामिल हो सकती हैं।
पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ संवेदनशील जानकारी साझा की
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर भी इस मामले ने तूल पकड़ा। कई पोस्ट्स में दावा किया गया कि ज्योति को हनी ट्रैप में फंसाया गया और वह पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ संवेदनशील जानकारी साझा कर रही थीं। एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया कि ज्योति ने प्रो-पाकिस्तान वीडियो बनाए और उनकी बाली यात्रा भी जांच के दायरे में है।
यह मामला भारत की आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर चिंता का विषय है। जांच एजेंसियां अब ज्योति के नेटवर्क और अन्य संदिग्धों की भूमिका की गहराई से जांच कर रही हैं। इस गिरफ्तारी से पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क पर भारत की सख्त कार्रवाई का संदेश गया है।