नई दिल्ली। उद्योग और परोपकार के महान प्रतीक रतन टाटा का बुधवार को निधन हो गया। महाराष्ट्र सरकार उन्हें राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार देगी। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने टाटा को नैतिकता और उद्यमिता का अनूठा मिश्रण बताया। उन्होंने रतन टाटा को श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को राज्य में एक दिन का शोक घोषित किया।
टाटा के पार्थिव शरीर को लोगों के श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार को सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक दक्षिण मुंबई के नरीमन प्वाइंट में नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स (एनसीपीए) में रखा जाएगा। दोपहर 3.30 बजे उनके पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए वर्ली श्मशान घाट ले जाया जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह केंद्र की ओर से रतन टाटा के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे।
सम्मान में सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा आधा झुका रहेगा
रतन टाटा के परिवार ने एक बयान में कहा, “रतन टाटा के पार्थिव शरीर को जनता के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए गुरुवार सुबह 10.30 बजे एनसीपीए लॉन, नरीमन पॉइंट, मुंबई ले जाया जाएगा।” मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने कहा कि शोक के संकेत के रूप में महाराष्ट्र में सरकारी कार्यालयों पर तिरंगा आधा झुका रहेगा। कोई मनोरंजन कार्यक्रम भी नहीं होंगे। एक्स पर एक पोस्ट में, एकनाथ शिंदे ने कई दशकों तक नमक से सॉफ्टवेयर समूह का नेतृत्व करने वाले टाटा को एक जीवित किंवदंती कहा, जिसने 150 साल पुराने टाटा समूह का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया।
गुरुवार को होनेवाले सभी कार्यक्रम रद्द
शिंदे ने ट्वीट किया, “रतनजी टाटा एक जीवित किंवदंती थे, जिन्होंने लगभग 150 वर्षों की उत्कृष्टता और अखंडता की परंपरा के साथ टाटा समूह का सफलतापूर्वक नेतृत्व किया। उन्होंने समय-समय पर जो निर्णायकता और मानसिक दृढ़ता दिखाई, उसने टाटा समूह को विभिन्न औद्योगिक ऊंचाइयों पर पहुंचाया।” महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि गुरुवार को होने वाले राज्य सरकार के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं।