लंदन। लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने भारत को पांच विकेट से हराकर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली। यह हार शुभमन गिल की टेस्ट कप्तानी की पहली चुनौती थी, जो रोहित शर्मा और विराट कोहली के टेस्ट संन्यास के बाद नए युग की शुरुआत थी। भारत ने पहली पारी में 471 और दूसरी में 364 रन बनाए, जिसमें यशस्वी जायसवाल (101), शुभमन गिल (147), केएल राहुल (137), और ऋषभ पंत (134, 118) के शतक शामिल थे। फिर भी, 148 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार पांच शतक बनाने वाली टीम हार गई।
दुनिया के सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी कैच छोड़ते है: गंभीर
हार के प्रमुख कारणों में भारत की खराब फील्डिंग रही। पूरे मैच में आठ कैच छोड़े गए, जिनमें यशस्वी जायसवाल के चार कैच शामिल थे। बेन डकेट (149), ओली पोप (106), और हैरी ब्रूक (99) को मौके मिले, जिससे इंग्लैंड ने पहली पारी में 465 रन बनाए। गौतम गंभीर ने कहा, “कैच छूटते हैं, दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भी ऐसा करते हैं।”
बैटिंग में निचले क्रम का ढहना भी घातक रहा। पहली पारी में 430/3 से 471 पर और दूसरी में 333/4 से 364 पर सिमटना महंगा पड़ा। गंभीर ने हार का ठीकरा किसी एक पर नहीं फोड़ा, कहा, “हम साथ जीतते हैं, साथ हारते हैं।”
गिल की कप्तानी में अनुभव की कमी दिखी
गिल की कप्तानी में अनुभव की कमी दिखी। रिव्यू में गलतियां और शार्दुल ठाकुर का कम इस्तेमाल चर्चा में रहा। दिनेश कार्तिक और आकाश चोपड़ा ने शार्दुल के केवल छह ओवर देने पर सवाल उठाए। गंभीर ने गिल का बचाव करते हुए कहा, “उनमें सफल कप्तान बनने की सारी खूबियां हैं, बस समय चाहिए।” इंग्लैंड ने बेन डकेट के 149 और जो रूट के 53* की बदौलत 371 रनों का लक्ष्य 82 ओवर में हासिल किया। अब भारत की नजर 2 जुलाई से शुरू होने वाले एजबेस्टन टेस्ट पर है।