नई दिल्ली। भारत सरकार ने अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने के लिए 25 ओटीटी प्लेटफॉर्म्स और उनकी मोबाइल एप्लिकेशन्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। इनमें उल्लू, ALTT, देसीफ्लिक्स, बिग शॉट्स, बूमेक्स, नवरस लाइट, गुलाब ऐप, कंगन ऐप, बुल ऐप, जलवा ऐप, वाउ एंटरटेनमेंट, लुक एंटरटेनमेंट, हिटप्राइम, फेनियो, शोएक्स, सोल टॉकीज, अड्डा टीवी, हॉटएक्स वीआईपी, हलचल ऐप, मूडएक्स, नियॉनएक्स वीआईपी, फ्यूगी, मोजफ्लिक्स और ट्राइफ्लिक्स जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं। सूचना और प्रसारण मंत्रालय (MIB) ने इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (ISPs) को इन प्लेटफॉर्म्स तक सार्वजनिक पहुंच को तुरंत ब्लॉक करने का निर्देश दिया है।
यह कार्रवाई सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 67 और 67ए, भारतीय न्याय संहिता, 2023 की धारा 294 और अश्लील महिला चित्रण (निषेध) अधिनियम, 1986 की धारा 4 के उल्लंघन के आधार पर की गई है। मंत्रालय के अनुसार, ये प्लेटफॉर्म अश्लील और यौन सामग्री प्रसारित कर रहे थे, जो भारतीय कानूनी और सांस्कृतिक मानकों का उल्लंघन करती थी। मंत्रालय ने डिजिटल मीडिया नैतिकता कोड और आईटी नियम, 2021 के तहत इन प्लेटफॉर्म्स को गैरकानूनी सामग्री हटाने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन अनुपालन न होने पर यह कदम उठाया गया।
प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद में इन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी
पहले भी इन प्लेटफॉर्म्स, विशेष रूप से उल्लू और ALTT, को उनके ‘बोल्’ और अश्लील कंटेंट के लिए आलोचना मिली थी। शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने संसद में इन ऐप्स के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने भी हाल ही में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील सामग्री को सामाजिक चिंता का विषय बताया था।
यह बैन डिजिटल कंटेंट पर सख्त नियमन का हिस्सा है। सरकार ने पहले भी 2022 से जून 2025 तक 1,524 अवैध जुआ वेबसाइट्स को ब्लॉक किया था। इन प्लेटफॉर्म्स पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। इस कार्रवाई से डिजिटल मनोरंजन में नैतिकता और कानूनी अनुपालन पर जोर देने का संदेश स्पष्ट है।