नई दिल्ली। वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में भारत और पाकिस्तान के बीच 31 जुलाई को बर्मिंघम के एजबेस्टन क्रिकेट ग्राउंड में होने वाला सेमीफाइनल मैच रद्द होने की कगार पर है। सूत्रों से पता चला है कि भारतीय खिलाड़ियों ने भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे भू-राजनीतिक तनाव के कारण इस मैच का बहिष्कार करने का फैसला किया है। यह कदम अप्रैल में हुए पहलगाम आतंकी हमले और इसके बाद भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में लिया गया है।
भारतीय टीम ने पहले ग्रुप स्टेज में भी पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार किया था। शिखर धवन, हरभजन सिंह, और यूसुफ पठान जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने तब राष्ट्रहित को प्राथमिकता देते हुए खेलने से इनकार कर दिया था। अब सेमीफाइनल से पहले भारतीय टीम के प्रायोजक ईजमायट्रिप ने भी समर्थन वापस ले लिया है।
कंपनी के संस्थापक निशंत पिट्टी ने X पर बयान जारी कर कहा, “हम इंडिया चैंपियन्स की शानदार उपलब्धि की सराहना करते हैं, लेकिन पाकिस्तान के खिलाफ “…आतंकवाद और क्रिकेट साथ नहीं चल सकते। भारत के लोग बोल चुके हैं और हम उनकी आवाज सुनते हैं। ईजमायट्रिप भारत-पाकिस्तान मैच से नहीं जुड़ेगा। राष्ट्र पहले, व्यवसाय बाद में। जय हिंद।”
आयोजकों ने इस मैच को रद्द करने का फैसला किया
WCL आयोजकों ने भारतीय खिलाड़ियों और प्रशंसकों के विरोध के बाद रविवार को होने वाले इस मैच को रद्द करने का फैसला किया। सूत्रों के अनुसार, धवन ने मई में ही आयोजकों को सूचित कर दिया था कि वह पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेलेंगे। हरभजन और रैना ने भी इस रुख का समर्थन किया। सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने खिलाड़ियों के इस फैसले की सराहना की, इसे राष्ट्रप्रेम का प्रतीक बताया। WCL ने माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा प्रशंसकों के लिए खुशी लाना था, लेकिन भावनाओं को ठेस पहुंची।
यह दूसरी बार है जब भारतीय खिलाड़ियों ने WCL में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार किया है, जिससे दोनों देशों के बीच क्रिकेट संबंधों का भविष्य अनिश्चित हो गया है।