नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के बीच सोमवार को सदन के अंदर बहस हो गई। दरअसल, राहुल गांधी ने कहा, “जब आपने (स्पीकर ओम बिरला) मुझसे हाथ मिलाया तो मैंने कुछ नोटिस किया। जब आपने मुझसे हाथ मिलाया, तो आप सीधे खड़े थे। लेकिन जब आपने मोदीजी से हाथ मिलाया, तो आप उनके सामने झुक गए।”
राहुल गांधी के बयान पर जहां विपक्षी गुट ने तालियां बजाईं, वहीं एनडीए सांसदों ने इस पर आपत्ति जताई। वहीं गृह मंत्री अमित शाह ने खड़े होकर कहा कि यह आसन के खिलाफ आरोप है। इस पर ओम बिरला ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा, “माननीय प्रधानमंत्री सदन के नेता हैं और यह मेरी संस्कृति और नैतिकता में है कि जब मैं अपने बड़ों से मिलता हूं तो मैं सिर झुकाता हूं और जो मेरी उम्र के हैं, उनके साथ समान व्यवहार करता हूं।”
सदन में स्पीकर से बड़ा कोई नहीं: राहुल गांधी
ओम बिरला ने कहा, “मेरी नैतिकता है कि हम बड़ों को प्रणाम करते हैं और जरूरत पड़ने पर उनके पैर भी छूते हैं।” हालांकि, कांग्रेस नेता यहीं नहीं रुके और आगे कहा, “सर, मैं आपके विचारों को सम्मानपूर्वक स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि सदन में अध्यक्ष से बड़ा कोई नहीं है।” उन्होंने कहा, “सदन में अध्यक्ष सबसे ऊपर होता है और हम सभी को उसके सामने झुकना चाहिए।” राहुल गांधी ने कहा कि वह पूरे विपक्ष के साथ स्पीकर के सामने झुके।