नई दिल्ली। अमेरिका के न्यू ऑरलियंस में नए साल के मौके पर गोलीबारी में 15 लोगों की मौत हो गई। फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने हमलावर की पहचान कर ली है। हमलावर शम्सुद्दीन जब्बार ने बुधवार पहले भीड़ पर हमला किया और फिर गोलियां चला दीं, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और कम से कम 30 घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस के साथ गोलीबारी में वह भी मारा गया।
एफबीआई के अनुसार, न्यू ऑरलियन्स गोलीबारी हमले के संदिग्ध की पहचान अमेरिकी सेना में एक सैनिक के रूप में की गई है, जिसने अफगानिस्तान में सेवा की थी। उसके ट्रक पर आईएसआईएस का झंडा लगा था और हो सकता है कि इस घटना को उसने किसी और की मदद से अंजाम दिया हो। नए साल के दिन व्यस्त फ्रांसीसी क्वार्टर में हुई इस घटना में 15 लोगों की मौत हो गई और एफबीआई इसे आतंकवादी हमले के रूप में जांच कर रही है।
वाहन के ट्रेलर हिच पर आईएसआईएस का झंडा
घटना के बाद जांचकर्ताओं को वाहन में बंदूकें और एक तात्कालिक विस्फोटक उपकरण भी मिला। समाचार एजेंसी एपी ने बताया कि वाहन के ट्रेलर हिच पर आईएसआईएस का झंडा पाया गया है।
हमलावर आईएसआईएस से था प्रेरित
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा कि एफबीआई को वे वीडियो मिले हैं, जो हमलावर ने हमले से कुछ घंटे पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किए थे। इसमें उसने कहा था कि वह इस्लामिक स्टेट समूह से प्रेरित था और लोगों की हत्या करने की इच्छा व्यक्त की थी। अमेरिकी प्रसारक सीएनएन ने जांच के बारे में जानकारी दे रहे अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा कि संदिग्ध ने वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने आईएसआईएस में शामिल होने के सपने का जिक्र किया।
घटना में शामिल हमलावर के अन्य साथी की तलाश
सीएनएन के मुताबिक, बाद में उसने कहा कि वह आईएसआईएस में शामिल हो गया है। एफबीआई के एक अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, “हम नहीं मानते कि जब्बार पूरी तरह से जिम्मेदार था। हम उसके ज्ञात सहयोगियों सहित हर सुराग का आक्रामक तरीके से पता लगा रहे हैं।”