नई दिल्ली। सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को लेकर छात्र प्रदर्शनकारियों, सुरक्षा अधिकारियों और सरकार समर्थक छात्र कार्यकर्ताओं के बीच लगातार झड़पों के बाद बांग्लादेश में व्यापक हिंसा फैल गई। हिंसा में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई। गुरुवार को सबसे हिंसा की घटनाएं देखी गई। जब छात्रों ने पूरे बांग्लादेश में परिवहन बंद करने की कोशिश की तो राजधानी ढाका सहित देश भर में लाठियों और पत्थरों से लैस पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई।
सैकड़ों लोग घायल हो गए क्योंकि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के समूहों को तितर-बितर के लिए आंसू गैस और रबर की गोलियां चलाईं। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने वाहनों, पुलिस चौकियों और अन्य प्रतिष्ठानों में आग लगा दी।
बांग्लादेश की नवीनतम घटनाक्रम
1. बांग्लादेश के ढाका में गुरुवार को हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद शुक्रवार को सड़कें सुनसान दिखीं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि बांग्लादेश के टीवी समाचार चैनल शुक्रवार को प्रसारण नहीं कर रहे हैं।
2. बांग्लादेश में शुक्रवार को संचार सेवाएं व्यापक रूप से बाधित हो गईं। अधिकारियों ने अशांति को कम करने के लिए गुरुवार को कुछ मोबाइल सेवाओं में कटौती की, लेकिन व्यवधान पूरे देश में फैल गया। आउटेज मॉनिटर नेटब्लॉक्स के अनुसार, रात होते ही बांग्लादेश में लगभग पूरी तरह इंटरनेट बंद हो गया। विदेशों से आने वाली टेलीफोन कॉलें अधिकतर कनेक्ट नहीं हो पा रही थीं और इंटरनेट के माध्यम से कॉलें पूरी नहीं हो पा रही थीं।
3. प्रधानमंत्री शेख हसीना के नेटवर्क पर झड़पों को शांत करने की मांग करने के एक दिन बाद गुरुवार को छात्र प्रदर्शनकारियों ने राज्य प्रसारक की इमारत में आग लगा दी। कई पुलिस चौकियों, वाहनों और अन्य प्रतिष्ठानों को भी आग लगा दी गई। अवामी लीग के कई अधिकारियों पर भी छात्रों ने हमला किया।
4. प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि शेख हसीना सरकार 1971 में पाकिस्तान से आजादी की लड़ाई में लड़ने वाले लोगों के परिवारों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को अलग करना बंद करे। इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री हसीना के दोबारा चुने जाने के बाद से उच्च बेरोजगारी से प्रेरित यह आंदोलन सबसे बड़ा है।