नई दिल्ली। राजस्थान के झुंझुनू जिले में कोलिहान खदान में मंगलवार देर रात एक लिफ्ट करे गिर जाने से वरिष्ठ सतर्कता अधिकारियों सहित चौदह लोग फंस गए। उनमें से आठ को अब तक हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की तांबे की खदान से बचाया जा चुका है। अभी भी अंदर फंसे बाकी छह लोगों को निकालने की कोशिशें जारी हैं।
घटनास्थल पर डॉक्टरों का कहना है कि जो लोग फंसे थे वे सभी सुरक्षित हैं। हालांकि, किसी भी आपात स्थिति के लिए खदान के बाहर नौ एम्बुलेंस तैयार रखी गई है। बचाए गए अधिकारियों को प्राथमिक उपचार देने के बाद जयपुर भेजा जाएगा। लिफ्ट में कोलकाता की एक सतर्कता टीम के साथ-साथ खदान अधिकारी भी सवार थे। यह तब दुर्घटनाग्रस्त हो गया, जब यह खदान के करीब 577 मीटर अंदर था।
खदान के अंदर एक पत्रकार भी फंसा
इससे पहले, फंसे हुए लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए डॉक्टरों और नर्सों की आठ सदस्यीय टीम को निकास द्वार के माध्यम से खदान के अंदर भेजा गया था। फंसे अधिकारियों में मुख्य सतर्कता अधिकारी उपेन्द्र पांडे, खेतड़ी कॉपर कॉम्प्लेक्स यूनिट हेड जीडी गुप्ता और कोलिहान खदान के उप महाप्रबंधक एके शर्मा शामिल हैं। विजिलेंस टीम के साथ फोटोग्राफर बनकर खदान में घुसा एक पत्रकार भी फंस गया।
खेतड़ी में तांबे की खदान 1967 में स्थापित
स्थानीय विधायक धर्मपाल गुर्जर ने आश्वासन दिया, “बचाव दल लगा हुआ है और पूरा प्रशासन अलर्ट पर है। अभी तक किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है, सभी लोग सुरक्षित बाहर आ जाएंगे।” खेतड़ी में तांबे की खदान 1967 में स्थापित की गई थी।