झालावाड़। राजस्थान के झालावाड़ जिले के पिपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ। मनोहर थाना क्षेत्र के राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल की छत अचानक ढह गई, जिसमें छह बच्चों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हो गए। यह घटना सुबह करीब 8:30 बजे हुई, जब करीब 35-40 बच्चे प्रार्थना सभा के लिए इकट्ठा हुए थे। स्थानीय लोगों और पुलिस के अनुसार, भारी बारिश के कारण स्कूल की जर्जर इमारत कमजोर हो गई थी, जिसके चलते यह हादसा हुआ।
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोग, शिक्षक और पुलिस ने बचाव कार्य शुरू किया। मलबे में फंसे बच्चों को निकालने के लिए जेसीबी मशीनों का उपयोग किया गया। घायल बच्चों को मनोहर थाना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां चार बच्चों को मृत घोषित कर दिया गया। दस बच्चों को गंभीर हालत में झालावाड़ जिला अस्पताल रेफर किया गया, जिनमें से तीन से चार की हालत नाजुक बताई जा रही है।
राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा, “यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। घायल बच्चों के इलाज के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।” मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी शोक व्यक्त करते हुए कहा, “यह हादसा अत्यंत दुखद और हृदय विदारक है। घायलों के इलाज के लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी जताया दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इस घटना पर दुख जताया और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने इसे “हृदय विदारक” बताया और सरकार से प्रभावित परिवारों की मदद की मांग की। यह हादसा स्कूलों की जर्जर इमारतों की सुरक्षा पर सवाल उठाता है। भारी बारिश और पुरानी इमारतों की अनदेखी इस तरह के हादसों को न्योता दे रही है। प्रशासन ने बचाव कार्य तेज कर दिए हैं और मलबे में किसी के फंसे होने की आशंका को खारिज नहीं किया है।