नई दिल्ली। 18वीं लोकसभा के चुनाव के लिए शुक्रवार को 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर पहले चरण का मतदान पूरा हो गया। पहले चरण में लगभग 60.03% लोगों ने मतदान किया। मणिपुर और बंगाल से छिटपुट हिंसा की खबरें आईं। 21 में से 4 राज्यों में 80% से ज्यादा वोटिंग हुई। इनमें सबसे ज्यादा लक्षद्वीप में 83.88% वोटिंग जबकि बिहार में 50% से नीचे रहा। यहां सबसे कम 48.88% वोटिंग हुई।
सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश, दो राज्यों में भी विधानसभा चुनाव हुए। यहां क्रमशः 68 और 68.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। 2019 में सिक्किम में 81.4 फीसदी, अरुणाचल प्रदेश में 65.1 फीसदी लोगों ने वोट किया।
तमिलनाडु के सभी 39 सीटों पर एक ही दिन में चुनाव हुआ। यहां 67.2 प्रतिशत मतदान हुआ, जो 2019 में 72.4 प्रतिशत से कम है। राजस्थान में 64 प्रतिशत से कम होकर 57.3 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। शाम 7 बजे तक उत्तर प्रदेश में 59.5 फीसदी और मध्य प्रदेश में 66.7 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।
बंगाल में 77.6 प्रतिशत वोटिंग दर्ज
सबसे बड़े मतदान में से एक, 77.6 प्रतिशत बंगाल में दर्ज किया गया। 2019 में बीजेपी ने राज्य की 42 सीटों में से 18 सीटें जीतीं। भाजपा-प्रभुत्व वाले पूर्वोत्तर राज्यों में भारी मतदान हुआ। असम में 72.3 प्रतिशत, मेघालय में 74.5 प्रतिशत, मणिपुर में 69.2 प्रतिशत, अरुणाचल प्रदेश में 67.7 प्रतिशत और छोटे त्रिपुरा में 80.6 प्रतिशत दर्ज हुआ।
इन राज्यों में हिंसक घटनाएं दर्ज
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, बंगाल में तृणमूल कांग्रेस और भाजपा कार्यकर्ता कूचबिहार में भिड़ गए और एक दूसरे पर हिंसा, मतदाताओं को डराने और चुनाव एजेंटों पर हमला करने का आरोप लगाया। पुलिस ने किसी भी तरह की हिंसा होने से इनकार किया है। मणिपुर में बिष्णुपुर के एक मतदान केंद्र पर गोलीबारी की सूचना मिली। इंफाल पूर्वी जिले में एक मतदान केंद्र में तोड़फोड़ की गई। तमिलनाडु में, सलेम जिले में मतदान केंद्रों पर दो बुजुर्गों- एक 77 वर्षीय महिला की मृत्यु हो गई।