नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल ने 2 जून को वनडे इंटरनेशनल (ODI) क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। 13 साल के शानदार करियर के बाद, 36 वर्षीय मैक्सवेल ने 2026 टी20 विश्व कप और बिग बैश लीग (BBL) जैसे टी20 फॉर्मेट पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह फैसला लिया।
उन्होंने फाइनल वर्ड पॉडकास्ट में कहा कि 50 ओवर के फॉर्मेट की शारीरिक मांग और हाल की चोटों, खासकर पैर की चोट, ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया। मैक्सवेल ने महसूस किया कि वह वनडे में अपनी सर्वश्रेष्ठ क्षमता नहीं दिखा पा रहे थे, जिससे वह टीम को निराश कर रहे थे।
मैक्सवेल ने 2012 में वनडे डेब्यू किया
मैक्सवेल ने 2012 में वनडे डेब्यू किया और 149 मैचों में 3,990 रन बनाए, जिसमें चार शतक और 23 अर्धशतक शामिल हैं। उनका स्ट्राइक रेट 126.70 है, जो 1,000 से अधिक रन बनाने वालों में एंड्रे रसेल (130.22) के बाद दूसरा सर्वश्रेष्ठ है। इसके अलावा, उन्होंने 77 विकेट भी लिए, जिसमें भारत के खिलाफ राजकोट में 4/40 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।
उनकी सबसे यादगार पारी 2023 विश्व कप में अफगानिस्तान के खिलाफ मुंबई में 128 गेंदों पर नाबाद 201 रन थी, जब उन्होंने ऐंठन के बावजूद ऑस्ट्रेलिया को 91/7 से 293 रनों के लक्ष्य तक पहुंचाया। मैक्सवेल ने 2015 और 2023 में ऑस्ट्रेलिया को विश्व कप खिताब दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
वह टी20 अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल जैसे फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे
मैक्सवेल ने चयनकर्ता जॉर्ज बेली से बातचीत के बाद यह निर्णय लिया, यह स्वीकार करते हुए कि वह 2027 विश्व कप तक नहीं खेल पाएंगे। हालांकि, वह टी20 अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल जैसे फॉर्मेट में खेलना जारी रखेंगे, जहां वह हाल ही में पंजाब किंग्स के लिए खेले। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनके योगदान की सराहना की और टी20 में उनकी निरंतर भागीदारी की उम्मीद जताई। मैक्सवेल का वनडे करियर उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी और उपयोगी ऑफ-ब्रेक गेंदबाजी के लिए हमेशा याद किया जाएगा।