लॉर्ड्स। भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में हार के बाद विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत का समर्थन किया है। सोशल मीडिया पर पंत और गंभीर के बीच तनाव की अफवाहों को खारिज करते हुए गंभीर ने पंत की आलोचना को बेबुनियाद बताया। यह बयान लीड्स टेस्ट में भारत की पांच विकेट से हार के बाद आया, जहां पंत ने दोनों पारियों में शतक (134 और 118) बनाए, लेकिन उनकी दूसरी पारी में एक विवादास्पद निर्णय ने ध्यान खींचा।
लीड्स में भारत ने पहली पारी में 471 रन बनाए, जिसमें पंत, यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल के शतक शामिल थे। हालांकि, दूसरी पारी में 18 रन पर पांच विकेट गिरने से भारत की स्थिति कमजोर हुई। पंत का जोश टंग द्वारा ‘ब्रेनफेड’ आउट होना चर्चा का विषय बना, जिसके लिए पूर्व क्रिकेटर दिनेश कार्तिक ने गंभीर के ड्रेसिंग रूम से संदेश को जिम्मेदार ठहराया।
पंत को उनकी आक्रामक शैली बदलने के लिए कहा गया: कार्तिक
कार्तिक ने कहा कि पंत को उनकी आक्रामक शैली बदलने के लिए कहा गया, जिससे उनकी लय प्रभावित हुई। गंभीर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पंत की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह केवल पंत पर नहीं, बल्कि सभी पांच शतकवीरों पर बात करना चाहेंगे, क्योंकि यह टीम का सामूहिक प्रयास था।
पंत को हाल ही में टेस्ट उप-कप्तान बनाया गया
पंत के प्रति गंभीर का समर्थन नया नहीं है। 2015 रणजी ट्रॉफी में पंत ने गंभीर की कप्तानी में डेब्यू किया था, और 2018 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए पंत का सर्वश्रेष्ठ आईपीएल प्रदर्शन (684 रन) भी गंभीर की कोचिंग में आया। गंभीर ने 2020-21 बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में पंत की साहसिक बल्लेबाजी की तारीफ की थी। पंत को हाल ही में टेस्ट उप-कप्तान बनाया गया, जो गंभीर और चयनकर्ताओं के भरोसे को दर्शाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद सोशल मीडिया की अटकलों का परिणाम है, और गंभीर का ध्यान टीम को एकजुट रखने पर है।