नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 4 जून को चुनाव नतीजों से पहले ध्यान करने के लिए तमिलनाडु के कन्याकुमारी जाने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजना पर उनका मजाक उड़ाया। ममता बनर्जी ने पूछा, “वहां कोई भी जा सकता है और ध्यान कर सकता है। क्या ध्यान करते समय कोई कैमरा लेता है?”
उन्होंने आगे आरोप लगाया, “चुनाव से 48 घंटे पहले मध्यस्थता के नाम पर वह एसी रूम में जाकर बैठ जाते हैं।” सूत्रों ने बताया कि लोकसभा चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद पीएम मोदी का कन्याकुमारी में स्वामी विवेकानंद को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाए गए स्मारक विवेकानंद रॉक मेमोरियल में ध्यान लगाने का कार्यक्रम है।
विवेकानंद तो वहां पर मध्यस्थता करते थे: ममता
ममता बनर्जी ने कहा कि उन्होंने कन्याकुमारी जाने की योजना बनाई थी, लेकिन तभी उन्हें पीएम की योजनाबद्ध यात्रा के बारे में पता चला। बनर्जी ने कहा, “मुझे नहीं पता कि कोई भी दल कुछ क्यों नहीं कहता। मुझे दुःख होता है। स्वामी विवेकानन्द वहां मध्यस्थता करते थे और वह (प्रधानमंत्री) वहां जाकर ध्यान करेंगे।”
अगर वह भगवान हैं तो ध्यान क्यों?: ममता बनर्जी
उन्होंने पीएम मोदी की उस टिप्पणी पर उन पर कटाक्ष किया कि उन्हें परमात्मा ने एक उद्देश्य के लिए भेजा था। ममता बनर्जी ने कहा, “अगर वह भगवान है, तो वह ध्यान क्यों करेगा? अन्य लोग उनके लिए ध्यान करेंगे। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि अगर कन्याकुमारी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ध्यान का प्रसारण टेलीविजन पर किया गया तो वह चुनाव आयोग से शिकायत करेंगी और आरोप लगाया कि यह आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) का उल्लंघन होगा।