नई दिल्ली। राजस्थान के अजमेर में स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती दरगाह पर विवादित नारे के मामले में कोर्ट ने मुख्य आरोपित गौहर चिश्ती सहित अन्य 6 आरोपितों को बरी कर दिया है। बता दें कि आरोप है कि जुलाई 2022 में सर तन से जुदा के नारे लगे थे। गौहर चिश्ती पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ नारे लगाने का भी आरोप था।
बता दें कि ‘सर तन से जुदा’ जैसा विवादास्पद बयान देने वाले अजमेर दरगाह के मौलवी गौहर चिश्ती को साल 2022 में हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था।
दरअसल, मामला 17 जून 2022 का है, जब दरगाह में भड़काऊ नारेबाजी की गई थी। अजमेर के दरगाह के बाहर सिर तन से जुदा के नारे लगाए गए थे। इसके कुछ ही दिन बाद 28 जून को उदयपुर में टेलर कन्हैयालाल हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। दो हत्यारों ने मिलकर टेलर कन्हैयालाल की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी थी।
हैदराबाद से हुआ था अरेस्ट
टेलर हत्याकांड में भी वैसे ही नारे लगाए गए थे, जैसे दरगाह के बाहर लगे थे। पुलिस ने हत्यारों को कुछ ही समय में अरेस्ट कर लिया था लेकिन उससे पहले इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया था। अजमेर मामले में पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ कई अलग धाराओं में केस दर्ज किया था। इसके मुख्य आरोपी खादिम गौहर चिश्ती को हैदराबाद से अरेस्ट किया गया था। बाद में खादिम फखर जमाली, ताजिम सिद्दीकी मीन और रियाज हसन को भी गिरफ्तार किया गया।