नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) फ्रेंचाइजी मालिकों के साथ हुई बैठक में रिटेंशन पॉलिसी को लेकर कोलकाता नाइट राइडर्स के सह-मालिक शाहरुख खान की पंजाब किंग्स के सह-मालिक नेस वाडिया के साथ तीखी बहस हुई। शाहरुख खान और नेस वाडिया ने कथित तौर पर रिटेनशन या राइट टू मैच कार्ड की संख्या पर बहस की, जिसे आईपीएल 2025 से पहले मेगा नीलामी के लिए अनुमति दी जानी चाहिए।
बीसीसीआई ने बुधवार को एक बयान में पुष्टि की कि उसने आईपीएल 2025 की तैयारियों को लेकर टीम मालिकों के साथ ‘सार्थक बातचीत’ की है और आईपीएल गवर्निंग काउंसिल अंतिम फैसला लेने से पहले बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा करेगी। बैठक में कोई ‘वास्तविक नतीजा’ नहीं निकला, लेकिन बीसीसीआई को समझ में आ गया कि टीम के मालिक अगले सीजन से पहले महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में क्या महसूस करते हैं।
आईपीएल 2025 सीजन की शुरुआत से पहले एक मेगा नीलामी आयोजित की जानी है, लेकिन कई टीम मालिकों ने इसके खिलाफ बात की है, जिसमें खिलाड़ियों की एक स्थिर रोस्टर और सुपरस्टार बनने वाले युवा खिलाड़ियों की तलाश और समर्थन करने के लिए पुरस्कार की आवश्यकता पर प्रकाश डाला गया है।
रिटेनशन संख्या को लेकर हुई तीखी बहस
मालिकों ने मेगा नीलामी की आवश्यकता, प्रतिधारण नीति और इम्पैक्ट प्लेयर नियम सहित विभिन्न पहलुओं पर बहस और चर्चा की। बैठक का हिस्सा रहे बीसीसीआई के एक शीर्ष सूत्र के मुताबिक, शाहरुख ने मेगा नीलामी के खिलाफ जमकर मामला उठाया। ऐसा माना जाता है कि एक समय पर केकेआर के मालिक की रिटेनशन की संख्या को लेकर नेस वाडिया के साथ तीखी बहस हुई थी। शाहरुख बड़े प्रतिधारण के पक्ष में थे जबकि वाडिया उनमें से बहुतों के खिलाफ माने जाते हैं।