नई दिल्ली। भारत में खुफिया एजेंसियां उस वीडियो के सामने आने के बाद हाई अलर्ट पर हैं, जिसमें आतंकवादी फरहतुल्ला गोरी ने भारत में स्लीपर सेल से देश भर में ट्रेनों पर हमले करने के लिए कह रहा है। सूत्रों ने जानकारी दी है कि गोरी एक भगोड़ा जिहादी है जो वर्तमान में पाकिस्तान में है। उसने पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) के समर्थन से स्लीपर सेल के माध्यम से बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में विस्फोट की साजिश रची थी।
वीडियो में गोरी को दिखाया गया है, जो वर्षों से भारतीय एजेंसियों के रडार पर है। वह भारत में रेलवे नेटवर्क को पटरी से उतारने के लिए स्लीपर सेल से आह्वान कर रहा है। वह प्रेशर कुकर का उपयोग करके बम विस्फोट करने के विभिन्न तरीकों के बारे में बता रहा है।
प्रेशर कुकर के जरिए हमले की बात
गोरी भारत में पेट्रोलियम पाइपलाइनों और हिंदू नेताओं को निशाना बनाने की योजना के बारे में भी बात करता है। उसका कहना है कि भारत सरकार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईए) के जरिए स्लीपर सेल की संपत्तियों को निशाना बनाकर उन्हें कमजोर कर रही है।
गोरी को वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, “लेकिन हम लौटेंगे और सरकार को हिला देंगे।” खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, यह वीडियो करीब तीन हफ्ते पहले टेलीग्राम पर जारी किया गया था।
क्या है रामेश्वरम विस्फोट कांड
बता दें, 1 मार्च को रामेश्वरम विस्फोट में कम से कम 10 लोग घायल हो गए थे। एनआईए ने 3 मार्च को मामला अपने हाथ में लिया था और 12 अप्रैल को दो मुख्य आरोपियों अदबुल मथीन अहमद ताहा और मुसाविर हुसैन शाजिब को गिरफ्तार किया था। जबकि ताहा मास्टरमाइंड था, शाजिब ने कथित तौर पर लोकप्रिय कैफे में आईईडी रखा था। उसे कोलकाता के पास एक लॉज से गिरफ्तार किया गया, जहां वह फर्जी पहचान के साथ रह रहा थे। ये दोनों कथित तौर पर कर्नाटक के शिवमोग्गा स्थित इस्लामिक स्टेट (आईएस) मॉड्यूल के सदस्य हैं। इसी मॉड्यूल के सदस्य शारिक ने नवंबर 2022 में मंगलुरु में धमाका किया था।