नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के कई हिस्सों में तेज बारिश हुई है। इस कारण भीषण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं इससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं और सड़कें पानी में डूबी हुई हैं। इससे यातायात प्रभावित हो रहा है और कई स्थानों का संपर्क टूट गया है। आंध्र प्रदेश में ट्रेन सेवाएं भी बाधित हुई है, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में चल रहे दबाव के प्रभाव के कारण तटीय राज्यों में आने वाले दिनों में और बारिश होने की संभावना है।
बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहे आंध्र प्रदेश में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम आठ लोग मारे गए हैं। निचले इलाकों से कई निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है और राष्ट्रीय और राज्य आपदा राहत बलों और पुलिस के अभियान के कारण लगभग 80 लोगों को विभिन्न स्थानों से बचाया गया है।
सीएम नायडू ने अपने कई कार्यक्रम रद्द किए
अधिकारियों के अनुसार, मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण शनिवार को अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए। वे लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को राहत उपाय करने के लिए प्रत्येक जिले को तुरंत 3 करोड़ रुपये जारी करने का भी निर्देश दिया। आठ पीड़ितों में से पांच की मौत विजयवाड़ा के मोगलराजपुरम में भूस्खलन में हुई। अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण मोगलराजपुरम में एक ही स्थान पर भूस्खलन हुआ, जिसमें दो घरों पर बड़े पत्थर गिरे।
गुंटूर जिले में, घर लौट रहे एक शिक्षक और दो छात्रों की उस समय मौत हो गई जब उनकी कार एक उफनती धारा को पार करते समय बह गई। सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में विजयवाड़ा, मछलीपट्टनम, गुडीवाड़ा, कैकालुरु, नरसापुरम, अमरावती, मंगलागिरी, नंदीगामा और भीमावरम सहित अन्य स्थान शामिल हैं।
रेल सेवाएं प्रभावित
बाढ़ और बारिश की स्थिति ने विजयवाड़ा-वारंगल मार्ग पर ट्रेन सेवाओं को प्रभावित किया है। विजयवाड़ा के पास एक स्थानीय धारा के उफान पर आने से ट्रैक जलमग्न हो गया, जिससे विजयवाड़ा-खम्मम मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई। इसी तरह, एक अन्य उफनती धारा ने महबूबाबाद रेलवे स्टेशन के पास तंदलापुसलपल्ली में ट्रेन सेवाओं को बाधित कर दिया, जिससे वारंगल-खम्मम मार्ग प्रभावित हुआ।
इसके अलावा, केसमुद्रम रेलवे स्टेशन के पास पटरियों पर बहते बारिश के पानी ने रेलवे अधिकारियों को नजदीकी स्टेशनों पर ट्रेनें रोकने के लिए मजबूर कर दिया। कई इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। पूरे राज्य में संपत्तियों को नुकसान की खबरें भी सामने आई हैं। केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) ने चेतावनी दी है कि अगले दो दिनों में आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की अधिकांश नदियों में बाढ़ आने की आशंका है।