नई दिल्ली। दिल्ली की मंत्री आतिशी अब अरविंद केजरीवाल की जगह लेंगी। उन्होंने कैलाश गहलोत को पछाड़कर दिल्ली की अगली मुख्यमंत्री बन जाएंगी। दो दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि वे शीर्ष पद से इस्तीफा देंगे। आतिशी के नाम का प्रस्ताव केजरीवाल ने विधायक दल की बैठक में रखा और इसे आप विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया।
सूत्रों ने बताया कि कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा और आतिशी 26-27 सितंबर को होने वाले विशेष विधानसभा सत्र के दौरान शपथ लेंगी। पिछले सप्ताह शराब नीति मामले में जमानत पाने वाले केजरीवाल ने 15 सितंबर को यह घोषणा करके दिल्ली के राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी कि वे दो दिन में इस्तीफा दे देंगे।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की पूर्व छात्रा और रोड्स स्कॉलर आतिशी को केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी माना जाता है। वे शिक्षा, वित्त, लोक निर्माण विभाग, राजस्व और सेवा जैसे प्रमुख विभागों की भी प्रभारी हैं।
आतिशी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने की सिफारिश की थी
दरअसल, आतिशी की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लिखे पत्र में दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान उनके स्थान पर आतिशी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने की सिफारिश की थी। दिल्ली कैबिनेट में एकमात्र महिला मंत्री होने के अलावा, वह शिक्षा, वित्त, लोक निर्माण विभाग, राजस्व और सेवा जैसे प्रमुख विभागों की भी प्रभारी हैं।