नई दिल्ली। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने राज्य की पिछली वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसीपी) सरकार पर तिरुपति के लड्डू बनाने में जानवरों की चर्बी और घटिया सामग्री का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। यह लड्डू प्रसिद्ध श्री वेंकटेश्वर मंदिर में ‘प्रसाद’ के रूप में परोसा जाता है।
अमरावती में एनडीए विधायक दल की बैठक में बोलते हुए नायडू ने कहा, “यहां तक कि तिरुमाला के लड्डू भी घटिया सामग्री से बनाए गए थे। उन्होंने घी की जगह पशु की चर्बी का इस्तेमाल किया।” नायडू ने आगे कहा कि अब शुद्ध घी का इस्तेमाल किया जा रहा है और मंदिर में हर चीज को सैनिटाइज किया गया है, जिससे गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
नारा लोकेश ने भी जगन मोहन रेड्डी पर साधा निशाना
एन. चंद्रबाबू नायडू के आरोपों के बाद आंध्र प्रदेश के आईटी मंत्री नारा लोकेश ने भी इस मुद्दे पर जगन मोहन रेड्डी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “तिरुमाला में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर हमारा सबसे पवित्र मंदिर है। मुझे यह जानकर आश्चर्य हुआ कि वाईएस जगन मोहन रेड्डी प्रशासन ने तिरुपति प्रसादम में घी के बजाय पशु की चर्बी का इस्तेमाल किया।”
करोड़ों हिंदुओं की आस्था को पहुंचा नुकसान: वाईएसआर कांग्रेस
इस बीच, वाईएसआरसीपी ने नायडू के आरोप को दुर्भावनापूर्ण करार दिया और कहा कि टीडीपी सुप्रीमो राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। वाईएसआरसीपी नेता और राज्यसभा सदस्य सुब्बा रेड्डी ने आरोप लगाया कि नायडू ने अपनी टिप्पणियों से पवित्र तिरुमाला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।
वाईएसआर ने बताया बयान को दुर्भावनापूर्ण
सुब्बा रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “तिरुमाला प्रसादम के बारे में उनकी टिप्पणियां बेहद दुर्भावनापूर्ण हैं। कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या ऐसे आरोप नहीं लगाएगा।” पूर्व टीटीडी अध्यक्ष ने नायडू को चुनौती दी कि वह भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए देवता के सामने अपने परिवार के साथ इस मुद्दे पर शपथ लेंगे और पूछा कि क्या नायडू भी ऐसा करेंगे।