पवन चोपड़ा, चंडीगढ़। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग महानिदेशक मुकुल कुमार ने बताया कि बीती 27 तारीख से हरियाणा में धान की खरीद जारी है। इसमें अभी तक विभाग द्वारा 118748 मीट्रिक टन धान की खरीद सरकारी एजेंसियों द्वारा की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि राइस मिलर्स की हड़ताल को देखते हुए विभाग की ओर से विशेष व्यापक इंतजाम किए गए हैं। ताकि किसानों को उनकी फसल बेचने में किसी प्रकार की कोई कठिनाई न आए।
उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश की भिन्न-भिन्न मंडियों में हुई धान की आवक में से कुल 118748 मीट्रिक टन धान की खरीद सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीदा गया है। उन्होंने बताया विभाग की ओर से 17 फीसदी तक की नमी वाले धान की ही खरीद करने के निर्देश दिए गए हैं। धान की खरीद के अलावा उठान कार्य भी तीव्र गति से किया जा रहा है। उन्होंने बताया किसान फसल बिकने के 72 घंटे के भीतर ही उसके खाते में ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर की जा रही है। कहीं पर कोई तकनीकी कारण जैसे कि उसके खाते या आधार कार्ड का मिलान ना हो तो उस वजह से किसान के खाते में समय पर पैसे जाने में कुछ देरी हो सकती है।
10 करोड़ डाले खाते में
उन्होंने बताया कि किसानों के खातों में उनकी बेची गई धान की फसल की करोड़ों रुपए की राशि डाली जा चुकी है। कुरुक्षेत्र जिला में हुई धान की खरीद प्रदेश भर में सबसे ज्यादा हुई है। उन्होंने बताया कि 4 अक्टूबर को कुरुक्षेत्र जिले में 40213 मीट्रिक टन धान , अंबाला में 30148 मीट्रिक टन, हिसार में 18 मीट्रिक टन, जींद में 136 मीट्रिक टन, कैथल में 10774 मीट्रिक टन, करनाल में 10774 मीट्रिक टन, पंचकूला में 5424 मीट्रिक टन, पानीपत में 275 मीट्रिक टन, सिरसा में 198 मीट्रिक टन और यमुनानगर में 28109 प्रदेश की सभी प्रदेश में खरीफ फसलों की खरीद सुचारू रूप से की जा रही है।
निजी रूप से खुद भी किया मंडियों का दौरा
महानिदेशक खाद्य पूर्ति विभाग मुकुल कुमार ने बताया कि वे निजी रूप से भी मंडियों जा चुके हैं। जिसमें कुरुक्षेत्र और यमुनानगर का उन्होंने दौरा किया है ।इस दौरान उन्होंने वहां पर खरीद का जायजा लिया और मौजूद विभाग के अधिकारियों को विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी किसान धान बेचते वक्त मंडी में परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया इसके अलावा वरिष्ठ अधिकारियों को प्रत्येक जिला में मॉनिटरिंग के लिए भी लगाया गया है साथ ही जिला उपायुक्त और विभाग के जिला अधिकारी भी समय-समय पर धान की खरीद का जायजा ले रहे हैं। कुमार ने बताया कि प्रदेश में खरीफ फसलों की खरीद प्रक्रिया 15 नवंबर 2024 तक जारी रहेगी। खरीद के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं आने दी जाएगी है। उन्होंने बताया कि इसके सभी मंडियों पीने के पानी साफ सफाई शौचालय की व्यवस्था के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।