अर्थशास्त्री और PM मोदी की आर्थिक परिषद के प्रमुख बिबेक देबरॉय का 69 वर्ष की उम्र में निधन

नई दिल्ली। प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद (EAC-PM) के अध्यक्ष, बिबेक देबरॉय का शुक्रवार (1 नवंबर, 2024) को 69 वर्ष की आयु में निधन हो गया। देबरॉय का भारतीय आर्थिक विकास, नीति-निर्माण, और सांस्कृतिक क्षेत्र में बड़ा योगदान रहा है।

उनकी शिक्षा कोलकाता के प्रेसिडेंसी कॉलेज, दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स और कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी में हुई थी, जहां उन्होंने अर्थशास्त्र में गहन अध्ययन किया। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और अन्य प्रमुख नेताओं ने शोक व्यक्त किया और उनके योगदान को अमूल्य बताया।

महाभारत और भागवत पुराण का किया अनुवाद

बिबेक देबरॉय ने अपने करियर के दौरान कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। वे अर्थशास्त्र के साथ-साथ भारतीय धर्म और संस्कृति के गहरे अध्येता थे और महाभारत, भागवत पुराण जैसे प्राचीन ग्रंथों का अंग्रेजी में अनुवाद भी किया, जो साहित्य जगत में उनकी विद्वता का प्रतीक है। देबरॉय का मानना था कि भारतीय धर्मग्रंथों में जीवन और प्रबंधन के मूल सिद्धांत समाहित हैं, जिन्हें आज की पीढ़ी तक पहुंचाना महत्वपूर्ण है। उनके शोध और लेखन ने भारतीय परंपरा को आधुनिक दृष्टिकोण से जोड़ने का प्रयास किया।

देबरॉय ने कई आर्थिक सुधारों की नीति पर काम किया

प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद में रहते हुए, देबरॉय ने कई आर्थिक सुधारों और विकास नीति पर काम किया। वे भारत में जीडीपी मापदंड, रोजगार सृजन, और कृषि सुधारों जैसे मुद्दों पर मुखर थे और विभिन्न रिपोर्टों के माध्यम से इन विषयों पर गहन विचार प्रस्तुत करते थे।

उनके निधन के बाद पूरे देश में शोक की लहर है, और उन्हें एक असाधारण विद्वान और प्रेरणादायक व्यक्तित्व के रूप में याद किया जा रहा है। उनका जीवन और कार्य हमेशा भारतीय अर्थशास्त्र और संस्कृति में योगदान के रूप में याद किया जाएगा।

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