नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने रविवार को कहा कि वह जाति जनगणना के पक्ष में हैं। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जाति जनगणना पर उनके रुख के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मेरी पार्टी (लोजपा) ने हमेशा अपना रुख स्पष्ट रखा है कि वह जाति जनगणना के पक्ष में है।”
खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने कहा कि कई कारण हैं कि केंद्र सरकार को जाति जनगणना क्यों करानी चाहिए। उन्होंने कहा, “इसका कारण यह है कि कई बार राज्य और केंद्र सरकार को जाति को ध्यान में रखकर लोगों के लिए कई योजनाएं तैयार करती हैं। उन योजनाओं को पिछड़े वर्ग के लोगों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए तैयार किया जाता है।”
यूपीएससी में लेटरल एंट्री को बताया था गलत
उन्होंने कहा, “ऐसी स्थिति में सरकार के पास उस जाति की जनसंख्या के बारे में जानकारी होनी चाहिए ताकि वह राशि के उचित आवंटन का पता लगा सके।” चिराग पासवान ने इस सप्ताह की शुरुआत में सरकारी नौकरियों में लेटरल एंट्री नियुक्तियों की अवधारणा के खिलाफ भी बात की थी। उन्होंने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) में लेटरल एंट्री को ‘पूरी तरह से गलत’ बताया था।
भाजपा की प्रमुख सहयोगी है एलजेपी
एलजेपी भाजपा की एक प्रमुख सहयोगी है, जो जाति जनगणना कराने की विपक्षी इंडिया गुट की मांग का समर्थन करती रही है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में कहा था कि अगर वह सत्ता में आई तो देश भर में सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना कराएगी।