अफ्रीका में महामारी के बाद स्वीडन ने भी की खतरनाक ‘एमपॉक्स’ वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि

स्वीडन ने भी की खतरनाक 'एमपॉक्स' वेरिएंट के पहले मामले की पुष्टि

नई दिल्ली। स्वीडन ने गुरुवार को एमपॉक्स के अपने पहले मामले की पुष्टि की। एमपॉक्स एक वायरल संक्रमण है, जो निकट संपर्क के माध्यम से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में फैलने के बाद एमपॉक्स को दो साल में दूसरी बार वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है, जो तब से अन्य देशों में फैल गया है।

स्वास्थ्य और सामाजिक मामलों के मंत्री जैकब फोर्समेड ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अब दोपहर के दौरान हमें भी पुष्टि हुई है कि हमारे पास स्वीडन में अधिक गंभीर प्रकार के एमपॉक्स का एक मामला है, जिसे क्लैड I कहा जाता है।”

यौन संपर्क से भी फैलता है

एमपॉक्स, जो आम तौर पर लोगों के साथ निकट संपर्क से फैलता है। यह आम तौर पर हल्का होता है लेकिन दुर्लभ मामलों में घातक हो सकता है। इसमें फ्लू जैसे लक्षण और त्वचा पर मवाद से भरे घाव दिखाई देते हैं। कांगो में प्रकोप में शुरू में एक स्थानिक केस शामिल था जिसे क्लैड I के नाम से जाना जाता था, लेकिन एक नया संस्करण क्लैड आईबी सामने आया है, जो यौन संपर्क सहित नियमित निकट संपर्क के माध्यम से अधिक आसानी से फैलता हुआ प्रतीत होता है।

यह नया संस्करण कांगो से आगे बढ़कर बुरुंडी, केन्या, रवांडा और युगांडा जैसे देशों तक फैल गया है, जिससे डब्ल्यूएचओ को आपातकालीन कार्रवाई करनी पड़ी है।

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