नई दिल्ली। आईपीएल 2024 के एक मैच में बुधवार को सनराइजर्स हैदराबाद से 10 विकेट की हार के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स की जमकर आलोचना हो रही है। वहीं सबसे ज्यादा आलोचना टीम के मालिक संजीव गोयनका की हो रही है। दरअसल, हार के बाद संजीव गोयनका को कप्तान केएल राहुल को जमकर डांटते देखा जा रहा है।
बुधवार को 166 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए ट्रैविस हेड और अभिषेक शर्मा की विस्फोटक पारी ने मैच को केवल 9.4 ओवर में समाप्त कर दिया। 100+ रन का पीछा करने में अब तक का सबसे तेज चेज है। वहीं, मैच खत्म होने के बाद एलएसजी के मालिक संजीव गोयनका को राहुल के साथ बातचीत करते हुए कैमरे में कैद किया गया। इसके बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया।
एक्सपर्ट ने कहा- बंद दरवाजे के बीच हो बातचीत
वहीं एक्सपर्ट ने जियो सिनेमा पर कहते सुने गए कि ऐसी बातचीत बंद दरवाजों के पीछे होनी चाहिए। ये तस्वीरें कभी भी किसी टीम के लिए मददगार नहीं होती हैं। एक एक्सपर्ट ने कहा, “आपको हमेशा लगता है कि ये बातचीत बंद दरवाजों के पीछे होनी चाहिए। स्टेडियम के चारों ओर बहुत सारे कैमरे हैं और वे कोई भी मौका नहीं छोड़ते हैं। आप जानते हैं कि केएल राहुल अब प्रेस कॉन्फ्रेंस और अन्य चीजों में जाएंगे और संभावित रूप से बताएंगे कि यहां क्या चर्चा हुई है?”
Mr Goenka is a pathetic owner.
I support KL Rahul 100%
Repost and show your support towards #KLRahul #SRHvLSG #PBKSvRCB #PBKSvsRCBpic.twitter.com/JUYv9AgVdd
— Samira (@Logical_Girll) May 9, 2024
यूजर्स ने दिया राहुल का साथ
वहीं, सोशल मीडिया पर इस बातचीत को यूजर्स ने सरासर गलत ठहराया। अधिकतर यूजर्स ने संजीव गोयनका की आलोचना की और केएल राहुल को सपोर्ट करते देखे गए। एक यूजर ने लखनवी अदब पर सवाल उठाते हुए कहा- कहां है अदब? वहीं, एक ने कहा- हार जीत तो खेल का हिस्सा है। गोयनका को ऐसा नहीं करना चाहिए। राहुल को 100 फीसदी सपोर्ट।
हमने ऐसी बल्लेबाजी नहीं देखी: राहुल
वहीं मैच के बाद केएल राहुल ने कहा, “मेरे पास शब्द नहीं हैं। हमने टीवी पर उस तरह की बल्लेबाजी देखी है। लेकिन यह अवास्तविक बल्लेबाजी थी। ऐसा लग रहा था कि सब कुछ बल्ले के बीच में है। उनके कौशल को बधाई। उन्होंने अपने छह मारने के कौशल पर कड़ी मेहनत की है। उन्होंने ऐसा किया। इससे हमें यह जानने का मौका मिलेगा कि दूसरी पारी में पिच ने कैसा प्रदर्शन किया।”
हम 240 भी बना देते, वे चेज कर लेते: राहुल
राहुल ने कहा, “उन्हें रोकना मुश्किल था क्योंकि वे पहली गेंद से ही निशाना बनाना शुरू कर दिया था। एक बार जब आप हारने की स्थिति में होते हैं, तो लिए गए निर्णयों पर सवालिया निशान लगते हैं। हम 40-50 रन कम थे। जब हमने पावरप्ले में विकेट खो दिए, तो हम बढ़त हासिल नहीं कर सके।’ हमें कोई गति नहीं मिली। आयुष और निकी ने हमें 166 तक पहुंचाने के लिए अच्छी बल्लेबाजी की। लेकिन अगर हमें 240 भी मिलते, तो वे इसका पीछा भी कर सकते थे।”