पवन चोपड़ा, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार के आखिरी दिन बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। बड़े दलित नेताओं में शुमार अशोक तंवर ने आज कांग्रेस में वापसी की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अशोक तंवर पार्टी में शामिल कराया। दिलचस्प है कि अशोक तंवर दोपहर एक बजे तक बीजेपी के लिए प्रचार कर रहे थे।
हरियाणा कांग्रेस ने ट्वीट किया- पूर्व सांसद और भाजपा नेता अशोक तंवर जी का कांग्रेस परिवार में स्वागत है। हरियाणा को फिर से नंबर 1 बनाने की ये यात्रा आपके आने से मजबूत होगी। हरियाणा में एक ही संदेश है- कांग्रेस आ रही है, भाजपा जा रही है।
पूर्व सांसद और भाजपा नेता अशोक तंवर जी का कांग्रेस परिवार में स्वागत है। हरियाणा को फिर से नंबर 1 बनाने की ये यात्रा आपके आने से मजबूत होगी।
हरियाणा में एक ही संदेश है- कांग्रेस आ रही है, भाजपा जा रही है।#हाथ_बदलेगा_हालात#आ_रही_हैै_कांग्रेस pic.twitter.com/nv65Bc0sY8
— Haryana Congress (@INCHaryana) October 3, 2024
अशोक तंवर की घर वापसी हुई
कई साल पहले अंदरूनी राजनीतिक लड़ाई के कारण कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद जहां इन्होंने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। उसके कुछ दिनों बाद ही यह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए थे जहां पार्टी के द्वारा इन्हें राज्य स्तर पर बड़ा पद दिया गया था। वहीं बीते लोकसभा चुनाव में इन्होंने भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली थी और पार्टी के द्वारा इन्हें सिरसा लोकसभा की मौजूदा सांसद सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर उम्मीदवार बनाया था। जहां कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी शैलजा के हाथों इन्हें हार का मुंह देखना पड़ा । विधानसभा चुनाव मे मतदान से एन पहले तंवर ने कांग्रेस ज्वाइन करके सभी को चौका दिया है।
दलित समाज के अलावा समाज के अन्य वर्गों में भी पैठ
तंवर के कांग्रेस ज्वाइन करने से चुनाव मजबूती मिलेगी। वहीं भाजपा के लिए तंवर का जाना बहुत बड़ा सियासी झटका है। अशोक तंवर सिरसा लोकसभा से कांग्रेस की टिकट पर सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए इन्होंने मृत कांग्रेस में जान डालने का काम करते हुए प्रदेश भर में साइकिल यात्रा भी की थी। छात्र राजनीति में दिल्ली जेएनयू से अध्यक्ष पद की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के युवा विंग एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रह चुके हैं। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में लगभग 20 से 22% के आसपास दलित वोट हैं जिसमें रविदासिया समाज (चमार) जिससे तंवर भी आते लगभग 12 से 13% वोट है इसी प्रकार समाज अन्य वर्गों में भी अच्छा खासा प्रभाव माना जाता है। ऐसे में मतदान से दो दिन पहले तंवर कांग्रेस ज्वाइन पार्टी को मजबूती मिलेगी । वहीं राजनीतिक पंडितों की माने तो भाजपा के लिए यह है बहुत ही बड़ा राजनीतिक नुकसान है।
शैलजा के बाद तंवर भाजपा को पूरी तरह बैक फुट पर धकेला
बीते दिनों शैलजा पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर कुमारी शैलजा चुनाव प्रचार से दूर होकर घर बैठ गई थी। उसके बाद से ही शैलजा के बहाने अशोक तंवर सहित पूरी बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई थी। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने तो सैलजा को भाजपा में आने का न्योता भी दे दिया था। इसके बाद सैलजा ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उनका पार्थिव शरीर भी कांग्रेस के झंडे में ही लिपट कर दुनिया से रुखसत होगा।
वहीं राहुल गांधी द्वारा भी यात्रा में हुड्डा और शैलजा दोनों के हाथ मिलवा कर उन्हें अपने साथ चुनाव प्रचार में लगा फिर से प्रदेश कांग्रेस के एक होने का मैसेज दिया था। ऐसे में तंवर के कांग्रेस ज्वाइन करने से रही सही कसर भी पूरी हो गई है।