नई दिल्ली। बीजू जनता दल (बीजद) के सांसदों ने बुधवार को विपक्ष का साथ दिया और उनके साथ वाकआउट में शामिल हो गए। सभी सदस्यों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब पर बहिर्गमन किया। हालांकि, भाजपा को वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) का समर्थन मिला, जिसने पीएम के भाषण के दौरान व्यवधान के लिए विपक्ष की निंदा की। बता दें बीजद ने पहले संसद में कई मौकों पर भाजपा का समर्थन किया था।
वाईएसआरसीपी और बीजेडी दोनों हाल ही में संपन्न लोकसभा चुनाव और आंध्र प्रदेश और ओडिशा में विधानसभा चुनावों के दौरान किसी भी राष्ट्रीय स्तर के गठबंधन से दूर रहे। जबकि दोनों दलों को आम चुनाव में निराशा ही हाथ लगी। उन्होंने अपने-अपने राज्यों (आंध्र प्रदेश में वाईएसआरसीपी और ओडिशा में बीजेडी) में सत्ता भी खो दी।
खरगे को संबोधन के दौरान हस्तक्षेप की अनुमति नहीं थी
बुधवार को राज्यसभा में पीएम मोदी के भाषण के दौरान विपक्षी सांसदों ने नारे लगाए, क्योंकि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे को संबोधन के दौरान हस्तक्षेप करने की अनुमति नहीं दी गई थी। बीजेडी नेता और राज्यसभा सांसद सस्मित पात्रा ने विपक्षी इंडिया ब्लॉक पार्टियों के साथ अपनी पार्टी के सहयोगियों के साथ राज्यसभा से वॉकआउट किया।
पात्रा के हवाले से कहा गया, “यह प्रधानमंत्री का एक और वही नियमित जवाब था, जो उनकी सरकार की उन्हीं उपलब्धियों को गिना रहा था। जब ओडिशा के लोगों की आकांक्षाओं और मांगों को कोई तरजीह नहीं मिल रही थी। तो विचार-विमर्श में बैठने का कोई मतलब नहीं है।”