नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के मौजूदा राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के उत्तराधिकारी की खोज अब तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, संसद सत्र समाप्त होने के बाद बीजेपी अप्रैल की तीसरे हफ्ते तक अपने नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है। यह प्रक्रिया तब गति पकड़ेगी जब 4 अप्रैल को संसद सत्र समाप्त होगा।
बीजेपी के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले कम से कम आधे राज्य इकाइयों में संगठनात्मक चुनाव पूरे होने चाहिए। अब तक 13 राज्यों में संगठनात्मक चुनाव पूरे हो चुके हैं और इन राज्यों में नए राज्य अध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है। अगले एक सप्ताह में उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल सहित शेष 19 राज्यों में राज्य अध्यक्षों की नियुक्ति पूरी होने की उम्मीद है। इसके बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी।
बीजेपी के लिए नया अध्यक्ष चुनना एक जटिल कार्य
सूत्रों का कहना है कि बीजेपी के लिए नया अध्यक्ष चुनना एक जटिल कार्य है, क्योंकि पार्टी को जातिगत समीकरण, उत्तर-दक्षिण संतुलन और क्षेत्रीय प्रभाव जैसे कारकों को ध्यान में रखना होगा। उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद पार्टी वहां अपने समर्थन आधार को मजबूत करने की कोशिश में है, जिसके चलते यह अटकलें भी हैं कि नया अध्यक्ष उत्तर प्रदेश से हो सकता है।
नड्डा का कार्यकाल लोकसभा चुनाव के कारण बढ़ा
जगत प्रकाश नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2024 में समाप्त हो चुका था, लेकिन लोकसभा चुनावों के कारण उनकी अवधि बढ़ा दी गई थी। अब दिल्ली विधानसभा चुनावों के बाद, जो 5 फरवरी को हुए और 8 फरवरी को इसके नतीजे आए, बीजेपी संगठनात्मक चुनावों को तेजी से पूरा कर रही है।
नए अध्यक्ष के चयन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की सलाह को भी महत्व दिया जा रहा है। माना जा रहा है कि अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में होगा। बीजेपी की इस प्रक्रिया पर राजनीतिक हलकों में गहरी नजर रखी जा रही है।