पवन चोपड़ा। हाल ही में चंडीगढ़ में हरियाणा के पंचायत एवं विकास मंत्री कृष्णलाल पंवार की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, कृषि मंत्री श्याम सिंह राणा, राजस्व मंत्री विपुल गोयल और कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य था नए जिलों, उपमंडलों, तहसीलों और उप-तहसीलों के गठन पर विचार-विमर्श।
मंत्री कृष्णलाल पंवार ने बताया कि कमेटी को अब तक 69 पत्र प्राप्त हो चुके हैं, और हाल ही में 3 नए प्रस्ताव भी आए हैं। इनमें स्थानीय लोगों की मांगों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं। आइए, जानते हैं उन फैसलों के बारे में।
इन तहसील को लेकर बनी सहमति
यमुनानगर जिले में दो गांव, चाहड़वाला को उप-तहसील सरस्वती नगर से बिलासपुर में शामिल करने और रुपौली को तहसील रादौर से उप-तहसील सरस्वती में शामिल करने का फैसला किया गया। वहीं, सिरसा जिले के गांव मलिकपुर किंगरे, नौरंग, बनवाला और मिठड़ी को तहसील कलवाली से तहसील डबवाली में शामिल करने पर सहमति बनी। इसके अलावा, झज्जर जिले के गांव बिल्लौचपुरा, भिंडवास, और शाहजहांपुर को तहसील मानेहल से झज्जर तहसील में शामिल करने का निर्णय लिया गया।
नए जिलों की घोषणा को लेकर चर्चा जोरों पर
नए जिलों की घोषणा को लेकर भी चर्चा जोरों पर है। गोहाना, हांसी, डबवाली, और मानेसर को जिला बनाने की मांग लंबे समय से उठ रही है। हालांकि, कुछ प्रस्तावों पर आपत्तियां आई हैं, जिन्हें हल करने के बाद अंतिम फैसला लिया जाएगा। कमेटी ने यह भी तय किया है कि नए जिलों और प्रशासनिक इकाइयों के गठन के लिए उपायुक्तों की सिफारिश और स्थानीय विधायकों की सहमति जरूरी होगी।
हरियाणा में वर्तमान में 22 जिले हैं, और इन नए प्रस्तावों के बाद जल्द ही 5 नए जिले बनाए जा सकते हैं। इनमें हांसी और डबवाली को पूर्ण जिला बनाने की प्रक्रिया तेज हो गई है। यह पहले ही पुलिस जिले हैं। यह बदलाव प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने और विकास को गति देने में महत्वपूर्ण साबित होंगे।