नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल और उनकी पत्नी, कोरियोग्राफर एवं सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर धनश्री वर्मा के बीच तलाक की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मुंबई के फैमिली कोर्ट को निर्देश दिया है कि वह 20 मार्च तक इस मामले पर अंतिम निर्णय ले।
चहल और धनश्री ने दिसंबर 2020 में विवाह किया था, लेकिन जून 2022 से वे अलग रह रहे हैं। दोनों ने 5 फरवरी 2025 को आपसी सहमति से तलाक की याचिका दायर की थी, जिसमें छह महीने की कूलिंग-ऑफ अवधि को माफ करने का अनुरोध किया गया था। हालांकि, फैमिली कोर्ट ने 20 फरवरी को इस अनुरोध को अस्वीकार कर दिया था।
तलाक की शर्तों के अनुसार, चहल को धनश्री को 4.75 करोड़ रुपये का स्थायी गुजारा भत्ता देना होगा। अब तक, चहल ने 2.37 करोड़ रुपये का भुगतान किया है, जबकि शेष राशि तलाक के अंतिम निर्णय के बाद दी जाएगी।
60 करोड़ की एलुमनी महज अफवाह
इस बीच, मीडिया में यह अफवाह फैली थी कि धनश्री ने चहल से 60 करोड़ रुपये की एलिमनी की मांग की है। हालांकि, धनश्री के परिवार ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऐसी कोई मांग नहीं की गई है, और यह जानकारी भ्रामक है।
फैमिली कोर्ट 20 मार्च तक याचिका पर निर्णय ले: बॉम्बे हाईकोर्ट
बॉम्बे हाई कोर्ट ने फैमिली कोर्ट को निर्देश दिया है कि वह 20 मार्च तक तलाक की याचिका पर निर्णय ले, ताकि चहल आगामी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में बिना किसी व्यक्तिगत बाधा के हिस्सा ले सकें। यह निर्णय चहल की पेशेवर प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।