नई दिल्ली। भारत में कोविड-19 के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 29 मई 2025 तक देश में सक्रिय मामलों की संख्या 1,251 तक पहुंच गई है। केरल में सबसे ज्यादा 430 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि महाराष्ट्र में 325 और दिल्ली में 104 सक्रिय मामले हैं। इस दौरान 13 मरीजों की मौत भी हुई है, जिनमें से चार महाराष्ट्र और एक कर्नाटक से हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के कारण मामले बढ़ रहे हैं, जो ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट हैं। हालांकि, ये वेरिएंट पहले की तुलना में कम घातक हैं, और ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण, जैसे बुखार और सर्दी, देखे जा रहे हैं। केरल में 335 और महाराष्ट्र में 153 नए मामले पिछले सप्ताह दर्ज हुए। मुंबई में अकेले 316 मामले हैं, जो चिंता का विषय है।
दिल्ली सरकार ने जारी की एडवाइजरी
दिल्ली सरकार ने अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, और दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एडवाइजरी जारी की है। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसे मौसमी बीमारी करार देते हुए लोगों से घबराने की बजाय सावधानी बरतने की अपील की है। केरल में अस्पतालों में मास्क अनिवार्य कर दिया गया है, और अन्य राज्यों में भी निगरानी बढ़ाई जा रही है। ICMR के डायरेक्टर जनरल डॉ. राजीव बहल ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है। अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या कम है, और गंभीर मामले न के बराबर हैं।”
सावधानी बरतने की सलाह जारी
हालांकि, विशेषज्ञों ने बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। केंद्र सरकार ने राज्यों से जीनोम सिक्वेंसिंग बढ़ाने और नए मामलों की निगरानी करने को कहा है। पूर्ण लॉकडाउन की संभावना कम है, क्योंकि वैक्सीन और पहले की इम्युनिटी के कारण स्थिति गंभीर नहीं है। फिर भी, मास्क पहनने और भीड़ से बचने की सलाह दी जा रही है।
लोगों से अपील है कि लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट करवाएं और सावधानी बरतें। सरकार और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हैं, और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।