नई दिल्ली। मार्क कार्नी के नेतृत्व वाली कनाडा की नई सरकार में भारतीय मूल की दो प्रमुख महिलाओं को कैबिनेट में शामिल किया गया है। अनीता आनंद को नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री बनाया गया है, जबकि दिल्ली में जन्मीं कमल खेड़ा को स्वास्थ्य मंत्री का पदभार सौंपा गया है। यह कदम कनाडा की राजनीति में विविधता और समावेशिता को दर्शाता है।
कमल खेड़ा: स्वास्थ्य मंत्री
कमल खेड़ा का जन्म दिल्ली में हुआ था, लेकिन वे बचपन में ही अपने परिवार के साथ कनाडा चली गई थीं। उन्होंने टोरंटो की यॉर्क यूनिवर्सिटी से नर्सिंग की डिग्री हासिल की और बाद में राजनीति में सक्रिय हुईं। 2015 में, उन्होंने ब्रैम्पटन वेस्ट से संसदीय चुनाव जीतकर इतिहास रचा। वह कनाडा की संसद में चुनी जाने वाली सबसे कम उम्र की महिलाओं में से एक हैं।
नर्स और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में, खेड़ा ने महामारी के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया। स्वास्थ्य मंत्री के रूप में, उनसे कनाडा की सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को और मजबूत करने की उम्मीद की जा रही है।
अनीता आनंद: नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री
नोवा स्कोटिया में जन्मीं अनीता आनंद 2019 में ओकविले से सांसद चुनी गई थीं। उन्होंने पहले राष्ट्रीय रक्षा मंत्री, सार्वजनिक सेवा और खरीद मंत्री के रूप में कार्य किया है। वह ट्रेजरी बोर्ड की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।
कानूनी पृष्ठभूमि वाली आनंद ने शिक्षाविद् और वकील के रूप में भी काम किया है। नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री के रूप में, वह टेक्नोलॉजी और अनुसंधान के क्षेत्र में कनाडा को आगे ले जाने की दिशा में काम करेंगी।
मार्क कार्नी बने कनाडा के प्रधानमंत्री
मार्क कार्नी ने कनाडा के 30वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली, जिसमें गवर्नर जनरल मैरी साइमन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्नी ने जस्टिन ट्रूडो की जगह ली, जिन्होंने जनवरी में इस्तीफा दिया था।
भारतीय समुदाय के लिए गर्व का पल
कमल खेड़ा और अनीता आनंद की नियुक्ति से कनाडा में भारतीय समुदाय को गर्व की अनुभूति हुई है। इससे न केवल प्रवासी भारतीयों की भागीदारी बढ़ेगी, बल्कि कनाडा की बहुसांस्कृतिक पहचान को भी मजबूती मिलेगी।