नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप ने 20 जनवरी 2025 को अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह वाशिंगटन डी.सी. में कैपिटल रोटुंडा के अंदर आयोजित किया गया, जहां मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई।
इस अवसर पर भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित विभिन्न देशों के नेता उपस्थित थे। अन्य वैश्विक अतिथियों में चीन के उपराष्ट्रपति, जापान और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री भी शामिल हुए। इसके अलावा, पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन, जॉर्ज डब्ल्यू. बुश और बराक ओबामा भी समारोह में मौजूद थे।
अमेरिका का स्वर्ण युग शुरू हो रहा: ट्रंप
शपथ लेने के बाद अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा, “अमेरिका का स्वर्ण युग अभी शुरू हो रहा है। आज से हमारा देश फिर से समृद्ध होगा और पूरी दुनिया में इसका सम्मान किया जाएगा।” उन्होंने ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति पर जोर देते हुए कहा कि अब से अमेरिका में तेजी से बदलाव होगा और वे देश में घुसपैठ नहीं होने देंगे।
जेडी वेंस ने ली उपराष्ट्रपति पद की ली शपथ
उपराष्ट्रपति पद की शपथ जेडी वेंस ने ली। ट्रंप ने अपने भाषण में पूर्व प्रशासन की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने भ्रष्टाचार और अक्षमता के कारण देश की सीमाओं को खतरे में डाला है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 20 जनवरी सभी अमेरिकियों के लिए मुक्ति दिवस है।
ट्रंप का यह दूसरा कार्यकाल ऐतिहासिक
ट्रंप का यह दूसरा कार्यकाल ऐतिहासिक है, क्योंकि वह अमेरिकी इतिहास में दूसरे राष्ट्रपति हैं, जो चुनाव हारने के बाद सत्ता में वापस लौटे हैं। इससे पहले 1893 में ग्रोवर क्लीवलैंड ने यह उदाहरण प्रस्तुत किया था।