चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान परिवार के सदस्यों को दुबई नहीं ले जा सकेंगे भारतीय खिलाड़ी, जानें क्या है वजह

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की नई यात्रा नीति के तहत, भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के दौरान अपने परिवार के सदस्यों को साथ नहीं ले जा सकेंगे। यह नीति विशेष रूप से 45 दिनों से कम अवधि के विदेशी दौरों पर लागू होती है, जिसमें खिलाड़ियों के परिवारों को साथ जाने की अनुमति नहीं दी जाती। चूंकि चैंपियंस ट्रॉफी का यह दौरा लगभग तीन सप्ताह का है, इसलिए यह नियम इस पर भी लागू होता है।

बीसीसीआई की इस नई नीति के अनुसार, यदि विदेशी दौरा 45 दिनों या उससे अधिक का होता है, तो खिलाड़ी अपनी पत्नी और 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को अधिकतम दो सप्ताह के लिए साथ ले जा सकते हैं। इससे कम अवधि के दौरों पर परिवार के सदस्यों को साथ ले जाने की अनुमति नहीं है। यदि कोई खिलाड़ी इस नीति से अलग हटकर परिवार को साथ ले जाना चाहता है, तो उसे कोच, कप्तान और टीम प्रबंधन से अनुमति लेनी होगी, और अतिरिक्त खर्च भी स्वयं वहन करना होगा।

खेल पर अधिक ध्यान केंद्रित करना उद्देश्य

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया कि एक वरिष्ठ खिलाड़ी ने परिवार को साथ ले जाने के बारे में पूछताछ की थी, लेकिन उसे नई नीति के पालन की जानकारी दी गई। इस नीति का उद्देश्य खिलाड़ियों को खेल पर अधिक ध्यान केंद्रित करने में मदद करना है।

चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन 19 फरवरी से होगा

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन 19 फरवरी से 9 मार्च तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और पाकिस्तान में हो रहा है। भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी। टीम इंडिया 15 फरवरी को दुबई के लिए रवाना होगी, और 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला मैच खेलेगी। इसके बाद 23 फरवरी को पाकिस्तान और 2 मार्च को न्यूजीलैंड के खिलाफ मुकाबले होंगे। फाइनल मैच 9 मार्च को निर्धारित है।

शेप को अपने साथ जोड़ने की योजना

बीसीसीआई की यह नई यात्रा नीति ऑस्ट्रेलिया में हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारत की 1-3 से हार के बाद लागू की गई थी, जिसका उद्देश्य खिलाड़ियों की एकाग्रता और प्रदर्शन में सुधार करना है। इसके अतिरिक्त, बोर्ड ने खिलाड़ियों के निजी स्टाफ, जैसे मैनेजर, एजेंट और शेफ पर भी प्रतिबंध लगाए हैं, जो पहले टीम और कोचिंग स्टाफ के साथ रहते थे। अब, कोचिंग स्टाफ के एक सदस्य का निजी सचिव, जो नियमित रूप से टीम होटल में रहता था, अलग होटल में रहेगा। बोर्ड कुछ खिलाड़ियों की विशेष आहार आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कुछ शेफ को अपने साथ जोड़ने की योजना भी बना रहा है।

इन नीतियों का उद्देश्य टीम के अनुशासन और प्रदर्शन में सुधार करना है, ताकि खिलाड़ी अपने खेल पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित कर सकें और देश के लिए सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकें।

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