नई दिल्ली। मुंबई के मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास 9 जून को एक दुखद हादसे में भीड़भरी लोकल ट्रेन से गिरने के कारण पांच यात्रियों की मौत हो गई। यह हादसा सुबह करीब 9:50 बजे हुआ, जब छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) की ओर जा रही एक फास्ट लोकल ट्रेन में अत्यधिक भीड़ के कारण 10-12 यात्री ट्रेन के दरवाजे पर लटक रहे थे। भीड़ के दबाव और धक्का-मुक्की के कारण ये यात्री ट्रैक पर गिर गए, जिसमें पांच की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा दीवा और कोपर स्टेशनों के बीच हुआ। सेंट्रल रेलवे ने बयान जारी कर कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, अत्यधिक भीड़ के कारण यात्रियों ने संतुलन खो दिया। रेलवे प्रशासन और पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। इस हादसे से स्थानीय रेल सेवाएं भी प्रभावित हुईं। रेलवे बोर्ड ने घोषणा की कि मुंबई उपनगरीय ट्रेनों के लिए निर्मित होने वाले सभी नए रेक में स्वचालित दरवाजा बंद करने की सुविधा होगी, और मौजूदा रेक को भी इसके लिए फिर से डिजाइन किया जाएगा।
मुंब्रा स्टेशन बेहद व्यस्त और भीड़भाड़ वाला स्टेशन
मुंब्रा स्टेशन, हालांकि मुंबई के बाहरी इलाके में है, लेकिन यह बेहद व्यस्त और भीड़भाड़ वाला स्टेशन माना जाता है। इस हादसे ने एक बार फिर मुंबई की लोकल ट्रेनों में भीड़ और सुरक्षा की गंभीर समस्या को उजागर किया है। पिछले 20 वर्षों में, सेंट्रल रेलवे की उपनगरीय लाइनों पर 29,321 और वेस्टर्न रेलवे पर 22,481 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से कई हादसे भीड़भरी ट्रेनों से गिरने या ट्रैक पार करने के कारण हुए।
सीमाओं के कारण ट्रेनों की संख्या बढ़ाना चुनौतीपूर्ण
यात्रियों और कार्यकर्ताओं ने लंबे समय से ट्रेनों की संख्या बढ़ाने और बुनियादी ढांचे में सुधार की मांग की है। सेंट्रल रेलवे के पीआरओ स्वप्निल नीला ने कहा कि मौजूदा बुनियादी ढांचे की सीमाओं के कारण ट्रेनों की संख्या बढ़ाना चुनौतीपूर्ण है, लेकिन यात्रियों को भी सावधानी बरतनी होगी। इस हादसे ने सरकार और रेलवे प्रशासन पर तत्काल कार्रवाई का दबाव बढ़ा दिया है।