लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आधे बेंगलुरु के लोग वोटिंग करने नहीं पहुंचे, चुनाव आयोग ने बताई ये वजह

लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में आधे बेंगलुरू के लोग वोटिंग करने नहीं पहुंचे

नई दिल्ली। बेंगलुरु के करीब आधे मतदाता शुक्रवार को लोकसभा चुनाव में वोट डालने नहीं आए। कर्नाटक में 14 सीटों पर शुक्रवार को वोटिंग हुई। चुनाव आयोग ने यहां पर 69.23 फीसदी मतदान का अनुमान लगाया है। शहर के तीन शहरी निर्वाचन क्षेत्रों बेंगलुरु सेंट्रल, बेंगलुरु नॉर्थ और बेंगलुरु साउथ में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले मतदाताओं का प्रतिशत काफी कम था।

बेंगलुरु सेंट्रल में लगभग 52.81 प्रतिशत, बेंगलुरु उत्तर में 54.42 प्रतिशत और बेंगलुरु दक्षिण में 53.15 प्रतिशत मतदान हुआ। 2019 के लोकसभा चुनाव में, बेंगलुरु सेंट्रल में 54.32 प्रतिशत, बेंगलुरु उत्तर में 54.76 प्रतिशत और बेंगलुरु दक्षिण में 53.70 प्रतिशत मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के अधिकारी भागीदारी बढ़ाने के पुरजोर प्रयासों के बावजूद लोग मतदान करने नहीं पहुंचे।

चिलचिलाती गर्मी की वजह से वोटिंग कम

चुनाव आयोग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, “इसके लिए कोई स्पष्टीकरण नहीं है। यह सच है।” चुनाव अधिकारियों के अनुसार, शहर में लोगों के मतदान केंद्रों पर नहीं आने का एक कारण चिलचिलाती गर्मी बताई जा रही है। हालांकि, बेंगलुरु ग्रामीण में लगभग 67.29 प्रतिशत मतदान हुआ। मांड्या और कोलार में क्रमश: 81.48 प्रतिशत और 78.07 प्रतिशत मतदान हुआ।

चुनाव आयोग ने वोटिंग बढ़ाने के लिए कई पहलें की

कर्नाटक में चुनाव आयोग ने शहरी निर्वाचन क्षेत्रों में इस चुनाव में मतदान बढ़ाने के लिए कई पहल कीं। इसके लिए जनता को विभिन्न ऐप का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करने से लेकर मतदान केंद्रों का पता लगाने के लिए मतदाता पर्चियों पर क्यूआर कोड लगाने तक की सुविधा दी गई। मतदाता हेल्पलाइन, ‘अपने उम्मीदवार को जानें’ और कतार में मतदाताओं की संख्या और मतदान केंद्रों पर उपलब्ध पार्किंग सुविधाओं के बारे में विवरण अपडेट करना आदि भी सहूलियतें थी।

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