नई दिल्ली। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने शनिवार को राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले उनके भाजपा में शामिल होने की अफवाहों का खंडन किया।
कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि सोरेन परिवार के करीबी सहयोगी चंपई सोरेन भाजपा में शामिल होने पर विचार कर रहे थे क्योंकि कथित तौर पर जिस तरह से उन्हें शीर्ष पद से हटा दिया गया था, उससे वह खुश नहीं थे ताकि हेमंत सोरेन के लिए मुख्यमंत्री बनने का मार्ग प्रशस्त हो सके।
खबरों को खारिज करते हुए चंपई सोरेन ने कहा, “मुझे नहीं पता कि कौन सी अफवाह फैलाई जा रही है। मुझे नहीं पता कि कौन सी खबर चलाई जा रही है, इसलिए मैं यह नहीं बता सकता कि यह सच है या नहीं। मुझे इसके बारे में कुछ नहीं पता। हम जहां पर हैं वहीं पर हैं।”
हिमंत बिस्वा सरमा ने भी किया खंडन
यहां तक कि भाजपा नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कहा कि झामुमो का कोई भी व्यक्ति भगवा पार्टी के संपर्क में नहीं है। समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सरमा ने कहा, “अभी तक कोई हमारे संपर्क में नहीं है। मैं भी चैनलों से ये खबरें सुन रहा हूं। चंपई सोरेन बहुत वरिष्ठ नेता हैं, मैं उनके बारे में कोई अनौपचारिक टिप्पणी नहीं करना चाहता।”