नई दिल्ली। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर भारत का एक दशक से चला आ रहा दबदबा रविवार को थम गया। रविवार, 5 जनवरी को ऑस्ट्रेलिया ने जसप्रीत बुमराह की कप्तानी वाली टीम को 6 विकेट से हरा दिया। सिडनी में अंतिम टेस्ट मैच के तीसरे दिन खेलते हुए भारत ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज को रोकने में असफल रहा। मेजबान टीम ने 162 रनों के लक्ष्य को केवल 27 ओवर में हासिल कर लिया। इस तरह यह सीरीज ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से जीत लिया।
तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के तीसरे दिन भारत की गेंदबाजी के लिए मैदान में नहीं उतरने के कारण आखिरी टेस्ट भी हाथ से निकल गया। कार्यवाहक कप्तान बुमराह को पिछले दिन पीठ में ऐंठन के कारण मैदान से बाहर होना पड़ा था और मैच की अंतिम पारी में वह फील्डिंग भी नहीं कर सके थे।
बोलैंड और पैट कमिंस ने की शानदार गेंदबाजी
बुमराह की गैरमौजूदगी में भारत ने बिना सिर वाले मुर्गों की तरह गेंदबाजी की। ठीक इसके विपरित स्कॉट बोलैंड और पैट कमिंस ने शानदार प्रदर्शन किया। खासकर तीसरे दिन की सुबह भारत के आखिरी चार विकेट सिर्फ 16 रन पर गिरा दिए। भारत को रवींद्र जड़ेजा और वाशिंगटन सुंदर से बल्ले से अधिक संघर्ष की उम्मीद थी, लेकिन अत्यधिक सीम मूवमेंट वाली पिच पर ऐसा नहीं हो सका।
सिराज और कृष्णा ने की घटिया गेंदबाजी
मोहम्मद सिराज ने दूसरे दिन फॉर्म में लौटने के संकेत दिए थे लेकिन दूसरी पारी के पहले ओवर में 5 वाइड डालकर हार के संकेत दे दिए थे। इतना ही नहीं, अगले ही ओवर में युवा खिलाड़ी प्रिसिद्ध कृष्णा ने भी ऐसा ही किया, जिससे भारत की परेशानी बढ़ गई और यह मैच भी भारत के हाथ से निकल गया।