नई दिल्ली। इजरायल रक्षा बल (आईडीएफ) ने एक मिसाइल रेंज नक्शे में जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा और अरुणाचल प्रदेश व लद्दाख को चीन के हिस्से के रूप में गलत तरीके से दर्शाने के लिए भारत से माफी मांगी। यह नक्शा इजरायल वायुसेना द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले की रेंज दर्शाने के लिए सोशल मीडिया पर साझा किया गया था। नक्शे में भारत की संप्रभुता का उल्लंघन होने पर भारतीय सोशल मीडिया यूजर्स ने तीखी प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद इजरायल ने माफी जारी की।
आईडीएफ ने अपने बयान में कहा, “यह नक्शा क्षेत्र का एक चित्रण मात्र है और यह सीमाओं को सटीक रूप से दर्शाने में विफल रहा। किसी भी अपमान के लिए हम खेद व्यक्त करते हैं।” हालांकि, माफी के बाद भी इजरायल ने उसी गलत नक्शे को दोबारा पोस्ट किया, जिससे भारतीय यूजर्स में और आक्रोश फैला। कई यूजर्स ने इसे इजरायल की लापरवाही और भारत के प्रति असम्मान बताया।
पहले भी इजरायल कई बार भारत का गलत नक्शा दर्शाया
यह पहली बार नहीं है जब इजरायल ने भारत के नक्शे को गलत दर्शाया। अक्टूबर 2024 में, इजरायल ने अपनी वेबसाइट पर एक नक्शा हटाया था जिसमें जम्मू-कश्मीर का हिस्सा पाकिस्तान में दिखाया गया था। तब इजरायली राजदूत रियूवेन अजार ने इसे वेबसाइट संपादक की गलती करार दिया था। भारत ने हमेशा दोहराया है कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उसके अभिन्न अंग हैं।
भारत और इजरायल के बीच मजबूत रक्षा और रणनीतिक संबंध
भारत और इजरायल के बीच मजबूत रक्षा और रणनीतिक संबंध हैं, लेकिन इस घटना ने दोनों देशों के बीच तनाव पैदा कर दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभी तक इस पर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, भारत ने इज़रायल से इस मामले पर स्पष्टीकरण मांगा है। सोशल मीडिया पर कई भारतीयों ने इजरायल से मांग की है कि वह भविष्य में ऐसी गलतियां न दोहराए। यह घटना भारत की क्षेत्रीय अखंडता के प्रति संवेदनशीलता को रेखांकित करती है।