नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अर्जेंटीना यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने उन पर तंज कसते हुए ‘सुपर प्रीमियम फ्रीक्वेंट फ्लायर पीएम’ कहा। रमेश ने भारत और अर्जेंटीना के बीच पुराने रिश्तों को याद करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के 1968 के अर्जेंटीना दौरे का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उस समय इंदिरा गांधी ने ब्यूनस आयर्स में साहित्यिक हस्ती विक्टोरिया ओकैम्पो को विश्व भारती विश्वविद्यालय की मानद डॉक्टरेट की उपाधि दी थी। रमेश ने यह भी याद किया कि 1986 में अर्जेंटीना ने इंदिरा गांधी के सम्मान में डाक टिकट जारी किए थे।
रमेश ने अपने एक्स पोस्ट में अर्जेंटीना के मशहूर लेखक जोस लुइस बोर्जेस का जिक्र किया, जिन्हें बौद्ध दर्शन से गहरा लगाव था। उन्होंने बताया कि बोर्जेस ने 1906 में ‘द लाइट ऑफ एशिया’ पढ़ी थी, जिसने उन्हें बुद्ध के जीवन को और जानने के लिए प्रेरित किया। रमेश ने यह भी कहा कि संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) की स्थापना में अर्जेंटीना के अर्थशास्त्री राउल प्रेबिश का बड़ा योगदान था। UNCTAD ने ही ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द को लोकप्रिय किया, जिसे आज मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर अक्सर इस्तेमाल करते हैं।
रमेश ने UNCTAD की दूसरी बैठक का भी जिक्र किया
रमेश ने UNCTAD की दूसरी बैठक का भी जिक्र किया, जो 1968 में नई दिल्ली में हुई थी। यह पहला मौका था जब किसी विकासशील देश ने इतने बड़े संयुक्त राष्ट्र आयोजन की मेजबानी की थी। उस समय डॉ. मनमोहन सिंह UNCTAD में काम कर रहे थे। रमेश ने यह भी बताया कि रवींद्रनाथ टैगोर का अर्जेंटीना से गहरा नाता था, क्योंकि उन्होंने वहां समय बिताया था।
इस पोस्ट के जरिए रमेश ने मोदी की विदेश यात्राओं पर सवाल उठाते हुए भारत-अर्जेंटीना के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक रिश्तों को रेखांकित किया। यह यात्रा मोदी के पांच देशों के दौरे का हिस्सा है, जिसमें वह ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील भी जाएंगे।