नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के कार्यभार की तुलना चर्चा का विषय बनी हुई है। लॉर्ड्स टेस्ट में इंग्लैंड की 22 रन की रोमांचक जीत के बाद भारत 2-1 से पीछे है। इस मैच में बुमराह के कार्यभार प्रबंधन पर सवाल उठे हैं। भारत के सहायक कोच रयान टेन डोशटे ने बुमराह के छोटे, प्रभावी स्पेल्स की तारीफ की, जबकि सिराज के लगातार गेंदबाजी करने की क्षमता को भी रेखांकित किया। टेन डोशटे ने कहा कि प्रत्येक गेंदबाज की शैली अलग है और सिराज जैसे गेंदबाज सातवें-आठवें ओवर में चरम पर पहुंचते हैं।
2020 से बुमराह ने 22 टेस्ट में 751.2 ओवर और सिराज ने 19 टेस्ट में 625.2 ओवर फेंके हैं, जो भारतीय तेज गेंदबाजी इकाई का 69% है। वहीं इस सीरीज में सिराज 13 विकेट के साथ सबसे आगे हैं, जबकि बुमराह के 12 विकेट हैं। सिराज ने 109 ओवर फेंके जो बुमराह से छह ओवर अधिक है। बुमराह को दूसरे टेस्ट में विश्राम दिया गया था, लेकिन लॉर्ड्स में उनकी वापसी पर पांच विकेट लिए। सिराज ने एजबेस्टन टेस्ट में छह विकेट लेकर नेतृत्व क्षमता दिखाई।
पठान ने बुमराह के सीमित उपयोग की आलोचना की
पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने बुमराह के सीमित उपयोग की आलोचना की, इसे अतिशयोक्तिपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बुमराह को लॉर्ड्स में अधिक गेंदबाजी करनी चाहिए थी। दूसरी ओर, सिराज की मेहनत को कम आंका गया है, क्योंकि वे सभी टेस्ट खेल रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत के तेज गेंदबाजी में गहराई की कमी है, जिससे बुमराह और सिराज पर निर्भरता बढ़ती है। मैनचेस्टर में चौथे टेस्ट के लिए बुमराह की भागीदारी पर फैसला बाकी है, लेकिन सिराज को रेस्ट देने पर बात नहीं हो रही है।