नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां 30 साल की एक महिला ने अपने तीसरे विवाह के लिए 12वीं कक्षा के एक छात्र को चुना। वह तीन बच्चों की मां है। इस महिला का नाम पहले शबनम था, जो अब धर्म परिवर्तन के बाद शिवानी के नाम से जानी जाती है। यह शादी बुधवार को एक मंदिर में संपन्न हुई। पुलिस के अनुसार, यह महिला पहले दो बार शादी कर चुकी है और उसके माता-पिता जीवित नहीं हैं। इस घटना ने स्थानीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बना दिया है।
हसनपुर सर्किल ऑफिसर दीप कुमार पंत ने बताया कि शबनम ने अपनी पहली शादी मेरठ में की थी, जो तलाक में खत्म हुई। इसके बाद उसने सैदनवाली गांव के तौफीक से दूसरी शादी की। तौफीक 2011 में एक सड़क हादसे में अक्षम हो गया था। हाल ही में शबनम ने तौफीक से तलाक ले लिया और 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र, जिसकी उम्र लगभग 18 साल बताई जा रही है, से संबंध विकसित किया। तलाक के बाद उसने हिंदू धर्म अपनाया और शिवानी नाम रखकर मंदिर में शादी कर ली।
यूपी में धार्मिक परिवर्तन के खिलाफ सख्त कानून लागू
उत्तर प्रदेश में धार्मिक रूपांतरण के खिलाफ सख्त कानून लागू है। उत्तर प्रदेश अवैध धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021 के तहत जबरदस्ती, धोखे या किसी कपटपूर्ण तरीके से धर्म परिवर्तन पर रोक है। पुलिस इस शादी की परिस्थितियों की जांच कर रही है, हालांकि अभी तक कोई कानूनी शिकायत दर्ज नहीं हुई है। छात्र के पिता दाताराम सिंह ने कहा कि परिवार इस शादी का समर्थन करता है और उनकी केवल यही कामना है कि दोनों सुखी रहें।
धर्म परिवर्तन और विवाह जैसे मुद्दों पर बहस को दिया जन्म
यह मामला इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह महिला की तीसरी शादी है और उसने अपने तीन बच्चों को छोड़कर यह कदम उठाया। स्थानीय लोगों में इसे लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं हैं। कुछ इसे व्यक्तिगत पसंद मान रहे हैं, तो कुछ इसे सामाजिक और कानूनी दृष्टिकोण से सवालों के घेरे में देख रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वह मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोई कानून का उल्लंघन तो नहीं हुआ। इस घटना ने एक बार फिर धर्म परिवर्तन और विवाह जैसे मुद्दों पर बहस को जन्म दे दिया है। आने वाले दिनों में इसकी जांच के नतीजे इस मामले की दिशा तय करेंगे।