नई दिल्ली। पाकिस्तान में आगामी आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले एक विवाद सामने आया है। कराची के नेशनल स्टेडियम और लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में टूर्नामेंट में भाग लेने वाले सभी देशों के झंडे लगाए गए हैं, लेकिन भारतीय तिरंगा को दरकिनार किया गया है। इस घटना ने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों के बीच बहस छेड़ दी है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने सुरक्षा चिंताओं के चलते अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने से इनकार कर दिया था, जिसके परिणामस्वरूप टूर्नामेंट को हाइब्रिड मॉडल में आयोजित किया जा रहा है। इस व्यवस्था के तहत, भारतीय टीम अपने सभी मैच दुबई में खेलेगी, जबकि अन्य टीमें पाकिस्तान में मुकाबले करेंगी।
पीसीबी की मंशा पर उठ रहे सवाल
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में देखा जा सकता है कि स्टेडियम में अन्य सभी प्रतिभागी देशों के झंडे लहरा रहे हैं, लेकिन भारतीय तिरंगा गायब है। इससे फैंस और विशेषज्ञों के बीच पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। कई लोगों का मानना है कि यह कदम BCCI के पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने के जवाब में उठाया गया है।
इसके पीछे के कारणों का पता लगाया जा रहा
आईसीसी के नियमों के अनुसार, किसी भी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाले देश को सभी भाग लेने वाली टीमों के झंडे स्टेडियम में लगाने होते हैं। ऐसे में भारत के झंडे की अनुपस्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह निर्णय जानबूझकर लिया गया है या इसके पीछे कोई अन्य कारण है।
क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें 19 फरवरी के मैच पर
इस विवाद के बीच, क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें 19 फरवरी को होने वाले पहले मुकाबले पर टिकी हैं, जिसमें मेजबान पाकिस्तान कराची में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना अभियान शुरू करेगा। हालांकि, इस टूर्नामेंट में जितना रोमांच क्रिकेट मैचों में देखने को मिलेगा, उतना ही विवादों की भी संभावना बनी हुई है। इस घटना ने भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों की जटिलता को एक बार फिर उजागर किया है। फैंस उम्मीद कर रहे हैं कि खेल भावना बनी रहे और टूर्नामेंट सफलतापूर्वक संपन्न हो।