नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार, 24 जून को 18वीं लोकसभा के उद्घाटन सत्र की शुरुआत के साथ तीसरी बार संसद सदस्य के रूप में शपथ ली। नवनिर्वाचित सांसदों ने भी पहले सत्र के दौरान शपथ ली। राज्यसभा का 264वां सत्र भी 27 जून को शुरू होगा और संयुक्त सत्र 3 जुलाई को समाप्त होगा। 22 जुलाई को मानसून बैठक के लिए फिर से सत्र शुरू होगा।
सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भाजपा के भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाने के साथ हुई। इसके बाद महताब ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन के सदस्य के रूप में शपथ लेने का आह्वान किया। इसके बाद अन्य नवनिर्वाचित सांसदों के लिए शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया।
प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति पर विवाद
विपक्ष ने महताब की नियुक्ति की आलोचना करते हुए दावा किया है कि आठ बार के लोकसभा सांसद कांग्रेस के कोडिकुन्निल सुरेश को सरकार ने नजरअंदाज कर दिया। विपक्ष ने सरकार पर परंपराओं का उल्लंघन करने और सुरेश की वरिष्ठता की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
किरेन रिजिजू ने कही ये बात
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने नियुक्ति पर चिंताओं को संबोधित करते हुए कहा, “मैंने डीएमके संसदीय दल के नेता टीआर बालू से मुलाकात की। हर कोई इस बात से सहमत है कि भारतीय संसद के इतिहास में प्रोटेम स्पीकर कभी भी कोई मुद्दा नहीं रहा है और प्रोटेम स्पीकर की नियुक्ति मूल रूप से नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाना और नए अध्यक्ष के चुनाव में मदद करना है।”