नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में केंद्रीय बजट 2024-25 पेश किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार सातवीं बार बजट पेश कर रही हैं। उन्होंने बताया कि इस बार का बजट गरीब, महिला, युवा और किसानों पर केंद्रित है। शिक्षा ऋण पर वित्त मंत्री ने कहा, “सरकार घरेलू संस्थानों में उच्च शिक्षा के लिए 10 लाख रुपये तक के ऋण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी।”
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “इस वर्ष कृषि और संबद्ध क्षेत्रों के लिए आवंटन 1.52 लाख करोड़ रुपये है। सीतारमण ने कहा, “भारत की आर्थिक वृद्धि अभी भी शानदार अपवाद बनी हुई है और आने वाले वर्षों में भी ऐसी ही रहेगी। भारत की मुद्रास्फीति कम और स्थिर बनी हुई है तथा 4% के लक्ष्य की ओर बढ़ रही है।”
5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं को रोजगार
वित्त मंत्रीने कहा, “मुझे 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। इस वर्ष हमने शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।”
किसानों के लिए फसलों पर MSP की घोषणा
निर्मला सीतारमण ने कहा, “जैसा कि अंतरिम बजट में उल्लेख किया गया है, हमें 4 अलग-अलग जातियों, गरीब, महिला, युवा और किसान पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। किसानों के लिए, हमने सभी प्रमुख फसलों के लिए उच्च न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की है, जो लागत से कम से कम 50% मार्जिन के वादे को पूरा करता है। पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना को 5 साल के लिए बढ़ाया गया, जिससे 80 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ हुआ।”
ईपीएफओ में पहली बार पंजीकृत व्यक्ति को लाभ
सीतारमण ने कहा, “सभी औपचारिक क्षेत्रों में कार्यस्थल पर नए प्रवेश करने वाले सभी व्यक्तियों को एक महीने का वेतन मिलेगा। ईपीएफओ में पहली बार पंजीकृत कर्मचारियों को 3 किश्तों में एक महीने का वेतन का प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के जरिए दिया जाएगा जो 15,000 रुपये तक होगा। पात्रता सीमा 1 लाख रुपये प्रति माह होगी। इस योजना से 210 लाख युवाओं को लाभ होगा।”